गोपालगंज. बिना आशियाना वाले जरूरतमंद लोग तथा बाहर से रात में आने वाले राहगीरों को रहने में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए नगर परिषद ने जिला कृषि कार्यालय के समीप आश्रय स्थल का निर्माण किया है. यहां ठहरने से लेकर शौच तथा स्नान तक के लिए बेहतर सुविधाएं मुफ्त में मिलती हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में इस आश्रय स्थल का लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है.
दूरी अधिक होने के चलते हो रही परेशानी
रात में आने वाले राहगीर भी इस आश्रय स्थल तक पहुंच पा रहे हैं. जरूरतमंद लोगों के अलावा इस आश्रय स्थल की जरूरत उन यात्रियों को भी पड़ती है, जो रात में कहीं बाहर से इस या ट्रेन से गोपालगंज पहुंचते हैं, लेकिन वे राहगीर यहां तक नहीं पहुंच पाते, कारण कि यह आश्रय स्थल, बस स्टैंड से एक किलोमीटर, तो रेलवे स्टेशन से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर है. दूरी बहुत अधिक नहीं है, लेकिन यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती. नगर परिषद की ओर से इसके लिए व्यापक प्रचार- प्रसार भी नहीं किया जा सका है, जिससे जरूरतमंदों को इसकी जानकारी मिल सके.
राहगीर भी उठा सकते हैं आश्रय स्थल का लाभ
वैसे गरीब जरूरतमंद लोग जिनके रहने का ठिकाना नहीं है, वे इस आश्रय स्थल में रह सकते हैं. साथ ही रात में दूर से आने वाले राहगीर भी इसका लाभ ले सकते हैं. कोई भी व्यक्ति यहां केवल आधार कार्ड दिखाकर प्रवेश पा सकता है. रात में यहां ठहरने के लिए सभी तरह की सुविधाएं मिलती हैं.
आश्रय स्थल पर क्या-क्या है सुविधा
आश्रय स्थल में कुल 50 बेड लगाये गये हैं. ग्राउंड फ्लोर तथा फर्स्ट फ्लोर पर 25- 25 बेड लगे हैं. प्रत्येक बेड पर बिछावन, तकिया, कंबल तथा मच्छरदानी की व्यवस्था है. इसके अलावा कमरे में पंखा, लाइट तथा हीटर आदि भी लगे हुए हैं. ठहरने वाले लोगों के लिए स्नानागार तथा शौचालय भी बनाया गया है ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो.क्या कहते हैं अधिकारी
आश्रय स्थल में रहने के लिए 50 बेड के साथ सभी तरह की सुविधाएं दी गयी हैं. कोई भी जरूरतमंद इसका लाभ ले सकता है. इसका प्रचार- प्रसार भी कराया जा रहा है.राहुल धर दूबेइओ, नगर परिषद, गोपालगंज
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है