Gopalganj News : शाम होते ही अंधेरे में डूब जा रहे हैं शहर के गली और मुहल्ले
Gopalganj News : चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात. अपने शहर का भी ऐसा ही हाल है. आप जानकर चौक जायेंगे. शहर को रोशन करने के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च कर 2017-18 में 4378 स्ट्रीट लाइटें लगा दी गयीं. इनमें अधिकतर शो- पीस बन कर रह गयीं.
गोपालगंज. चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात. अपने शहर का भी ऐसा ही हाल है. आप जानकर चौक जायेंगे. शहर को रोशन करने के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च कर 2017-18 में 4378 स्ट्रीट लाइटें लगा दी गयीं. इनमें अधिकतर शो- पीस बन कर रह गयीं. सरकार ने इइएसएल कंपनी को स्ट्रीट लाइट व एलइडी लगाने की जिम्मेदारी सौंपी थी. जो बगैर जले ही शोभा की वस्तु बनकर रह गयी.
रात में निकलने में लगता है डर
शाम होने के साथ ही शहर का अधिकतर हिस्सा अंधेरे में गुम हो जाता है. गली-मुहल्लों की कौन कहे. प्रमुख सड़कें भी अंधेरे में डूब जाती हैं. अंधेर के कारण लोगों में भय का माहौल है. स्मैकियों की सक्रियता भी लोगों को परेशान कर रही. अंधेरे के कारण महिलाएं घर से शाम को निकलने से डरती हैं. कोई यात्री रात में आ जाये, तो अंधेरे में आने से भयभीत रहते. आवारा कुत्तों का डर भी कम नहीं सताता है. लोगों ने अपने घरों के पास लाइट लगा रखी है. नगर परिषद में सरकार की ओर से लगायी गयीं लाइटें खराब है. लोग अपने वार्ड पार्षदों से सवाल भी करते हैं. वार्ड पार्षदों के सामने भी लाचारी होने के कारण वे परेशान रहते हैं.
बिजली के खंभों पर लगे एलइडी लाइट में भी धोखा
इइएसएल कंपनी ने वर्ष 2019-20 में नगर परिषद क्षेत्र में बिजली के खंभों पर एलइडी लाइटें लगाने का कार्य शुरू किया. एक हजार लाइट लगाकर 14 सौ लाइट लगाने का दावा कर दिया. जब नगर पर्षद ने लाइट की जांच की, तो पता चला कि एक हजार ही लाइट लगायी गयी. नगर परिषद ने कंपनी का पेमेंट रोक दिया. नगर परिषद पर जब दबाव पड़ा, तो बंजारी रोड में लगी लाइट को नगर परिषद ने अपने जलाया. वह भी एक माह में ही बुझ गयी. प्रमुख चौराहों, कलेक्ट्रेट रोड, अधिकारियों की काॅलोनी को छोड़ दें, तो बाकी गली-मुहल्लों व सड़कों पर अंधेरा बना रहता है.
यहां मुख्य सड़कों पर खराब हैं स्ट्रीट लाइटें
मुख्य सड़क बंजारी रोड, डाकघर से आंबेडकर चौक, कलेक्ट्रेट रोड, मेन रोड, कॉलेज रोड, हजियापुर रोड, हनुमानगढ़ी रोड, ब्लॉक से कृषि कार्यालय जाने वाली प्रमुख सड़क, बंजारी से काली स्थान रोड जादोपुर रोड तक, मौनिया चौक से जादोपुर, जादोपुर चौक से लखपतिया मोड़, साधु चौक से मठिया की ओर जाने वाली सड़क, स्टेशन रोड, राजेंद्र नगर एवं मुहल्ले में जहां भी कंपनी ने एलइडी लाइट लगायी, वह खराब है.तीन माह से नप की फाइलों में दफन है आदेश
नगर विकास विभाग व आवास विभाग के अवर सचिव राजीव रंजन तिवारी ने अपने पत्रांक 3004 दिनांक 25 सितंबर को आदेश जारी किया कि नगर परिषद व पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाने वाली कंपनी इइएसएल के रखरखाव की अवधि समाप्त हो रही है. ऐसे में नगर निकाय अपने स्तर से कमेटी का गठन कर लाइट लगवाने का इंतजाम करे. इसलिए गाइडलाइन भी जारी कर की. इसके तीन माह बीत गये. नगर परिषद में यह आदेश धूल फांक रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है