थावे. बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे में मां सिंहासनी की चौखट पर शीश नवाने बुधवार को भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. नवरात्र की सप्तमी तिथि पर मंदिर पहुंचे आस्थावानों ने श्रद्धा से दर्शन-पूजन कर मंगलकामना की. भोर में मंगला आरती और शृंगार पूजन के बाद विंध्यवासिनी माता के दिव्य स्वरूप का दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे. मां के दरबार में सुबह से शाम तक दर्शन पूजन का सिलसिला अनवरत चलता रहा. उड़हुल, कमल और गुलाब के पुष्पों से किया गया. देवी मां के भव्य शृंगार के दर्शन पाकर श्रद्धालु विभोर हो उठे. श्रद्धालुओं ने मां सिंहासनी माता के कालरात्रि के स्वरूप के दर्शन-पूजन किया. मंगला आरती के बाद से शुरू हुआ दर्शन-पूजन अनवरत जारी रहा. हजारों की संख्या में भक्तों ने माता के दरबार में पहुंचकर सुख, समृद्धि की मंगलकामना की. वर्तमान में दूरदराज से आये श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मां सिंहासनी मंदिर क्षेत्र में प्रशासनिक तौर पर प्रशासनिक तौर पर बेहतर सुविधाएं मुहैया करायी गयी है. क्या छोटे और क्या बड़े सभी जगत जननी मां सिंहासनी की भक्ति में तल्लीन नजर आये. घंटा घड़ियाल शंख के साथ बजते नगाड़े की धुन के बीच पहाड़ा वाली के जयघोष से संपूर्ण मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहा था. महाभोग के प्रसाद के लिए पहुंचने लगे पर्यटक गुरुवार की देर शाम आठ बजे महाभोग का प्रसाद चढ़ाया जायेगा. महाभोग के प्रसाद के लिए रविवार की शाम से ही नेपाल, यूपी, झारखंड तथा बिहार के विभिन्न हिस्सों से भक्तों का जुटना शुरू हो गया था. मंदिर के मुख्य पुजारी पं संजय पांडेय की माने तो महाभोग की प्रसाद पाने वाले भक्त पर मां की कृपा सालों भर बनी रहती है. आरोग्य, सुख और समृद्धि के साथ सभी मनोरथ पूर्ण होता है. इसको लेकर इस बार भी अत्यधिक भीड़ होने की उम्मीद है. मंदिर प्रशासन की तरफ से महाभोग की प्रसाद के लिए तैयारी की गयी है. अधिकारी समेत एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार के अलावे मंदिर समिति के सदस्य और प्रशासन के लोग मिल कर महाभोग की प्रसाद मां को चढ़ायेंगे और परंपरा के मुताबिक उसका वितरण किया जायेगा, मंदिर के प्रबंधक अमरेंद्र दुबे ने बताया कि महाभोग की प्रसाद की तैयारियां चल रही है, जबकि महानिशा पूजा शुक्रवार की रात 12 बजे वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न होगी.
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