बरौली. प्रखंड के प्रेमनगर आश्रम स्थित मैदान गुरुवार को अखाड़ा का रूप ले चुका था और गूंज रही थी पहलवानों की हुंकार. जज्बा था एक-दूसरे को पटखनी देने का. सैकड़ों वर्षों की कुश्ती के इतिहास में गुरुवार को एक और वर्ष जुड़ गया, जहां कई प्रदेशों से पहुंचे हुए पहलवानों ने अपना दम दिखाया. कुश्ती में एक ओर जहां सहोदरा के गुड्डू पहलवान, देवरिया के पिंटू पहलवान, पड़रौना के विकास पहलवान, खगड़िया के आदिल पहलवान, बेतिया के विपिन पहलवान, गोरखपुर के वैशाली पहलवान, टोनी पहलवान, पवन पहलवान, अमन यादव, वृहस्पति पहलवान, विकास कुमार, विपीन गिरि, विनय पांडेय, दीपक पहलवान, दिनेश पहलवान सहित देश के कोने-कोने से पहुंचे दर्जनों पहलवानों ने अखाड़े में अपना दम दिखाया. वहीं दर्शकों ने भी उनका भव्य स्वागत तालियों की गूंज के बीच किया. कुश्ती की शुरुआत राजद जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह, उपाध्यक्ष पिंटू पांडेय, गंगदयाल यादव, जेपी यादव, श्याम फाउंडेशन के अध्यक्ष श्याम भाई, पूर्व मुखिया राधाकिशुन चौधरी, मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना शर्मा आदि के द्वारा अखाड़े का पूजन और फीता काटने से हुआ. इसके बाद सभी सम्मानित अतिथियों को मुरेठा बांध कर सम्मानित किया गया. करीब चार घंटे तक चली कुश्ती प्रतियोगिता में प्रेमनगर आश्रम के पास मेले-सा माहौल रहा और हजारों की संख्या में दर्शकों ने कुश्ती का लुत्फ उठाया. कुश्ती की समाप्ति पर विजयी तथा दूसरे नंबर पर रहे पहलवानों को आयोजक मंडल की ओर से पुरस्कृत भी किया गया. कुश्ती प्रतियोगिता की खासियत ये रही कि यहां कोई भी पहलवान किसी भी पहलवान से लड़ सकता था. मौके पर संयोजक सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि देहाती युवाओं में देहाती खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन होता है, जिसमें दर्जनों देहाती युवा भाग लेते हैं. कुश्ती में निर्णायक की भूमिका विजयीपुर के पहलवान अजय कुमार तथा अशोक यादव ने निभायी. मौके पर आयोजक मंडल के लालबाबु चौधरी, पूर्व जिला केसरी बंका पहलवान, काशीनाथ यादव, ब्रजेश यादव, रामचंद्र पहलवान के पोते वरदान यादव, अपर थानाध्यक्ष राजू कुमार, अब्दुल सतार, संजय यादव, ओमबाबु, मुन्ना यादव, सहित दूरदराज के गांवों से आये हजारों दर्शक मौजूद थे.
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