कोल्ड वेव के बीच कांपते हुए स्कूल पहुंचे छात्र, घरों में दुबके लोग

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By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2025 7:27 PM

शीतलहर. सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते बार-बार बदल रहा है मौसम, तीसरे दिन भी नहीं निकली धूप कोहरा फुहार बन गिरती रही, हाइवे पर वाहनों पर लग रहा ब्रेक, आफत में रहे राहगीर गलन के कारण पशु-पक्षी हुए बेहाल, अलाव बन रहा सहारा फोटो नं 01- बंजारी रोड में सुबह 8:30 बजे सड़क पर रहा सन्नाटा. फोटो नं 02- काली स्थान रोड में सुबह 8.10 बजे बच्चों को स्कूल छोड़ने जाती महिला. फोटो नं 03- भागवत परसा गांव में संचालित प्राथमिक मध्य विद्यालय में पढ़ने जाते बच्चे. फोटो नं 04- राजकीय प्राथमिक विद्यालय पट्टी पचमवां के प्रांगण में खेलते बच्चे. फोटो नं 05- आलू के खेत में दवा का छिड़काव करते किसान. फोटो नं 06- कलेक्ट्रेट रोड में कचरा जलाकर ठंड से राहत पाते राहगीर. संवाददाता, गोपालगंज हिमालय पर हुई बर्फबारी के बाद अब मैदानी इलाकों में शीतलहर चल रही है. दिन भर धूप नहीं निकलने के कारण धुंध और कोहरा रहा. लोग सुबह नींद से उठे, तो घने कोहरे की चादर से शहर व गांव लिपटा हुआ था. ओस की बूंदें फुहार बन कर गिरने लगीं. सड़कें भीग गयीं. दिन में उमड़-घुमड़ रहे बादल छाये रहे. तीसरे दिन भी सूर्यदेव नहीं निकले. इससे लगातार दूसरे दिन भी कोल्ड-डे बना रहा. कोहरे के कारण हवा में नमी के साथ शाम को भी गलन रही. कोहरे ने हाइवे की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया. शहर की सड़कों पर भी नौ बजे तक सन्नाटे जैसी स्थिति बनी रही. स्कूलों में छुट्टी नहीं होने के कारण छोटे-छोटे बच्चे कांपते हुए सुबह आठ बजे से ही स्कूल जाते दिखे. प्राइवेट स्कूलों में नौ बजे से क्लास शुरू होने के कारण स्कूलों के वाहन आठ बजे से ही शहर में दौड़ने लगे. ठंड के कारण शाम पांच बजे के बाद ग्रामीण इलाके के बाजारों में सन्नाटा पसरा जा रहा. सर्द हवाओं के कारण पशु-पक्षी तक बेहाल नजर आ रहे हैं. सुबह में पक्षियों की चहचहाने की आवाजें सुनने को नहीं मिल रहीं. जनवरी में पहली बार 193 पर आया एक्यूआइ मंगलवार को अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस, तो न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. आर्द्रता 73 प्रतिशत दर्ज की गयी. वहीं उत्तर-पश्चिमी हवा 13.5 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती रही. जनवरी में पहली बार एक्यूआइ 193 पर आया. इससे लोगों ने राहत की सांस ली. अभी दो दिन और सर्दी से नहीं मिलेगी राहत मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ आ रहा. इससे चक्रवाती घेरा राजस्थान तक फैला हुआ है. इसके साथ ही प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में एक बादलों की शृंखला बन गयी है. एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और आसपास के इलाकों पर है. एक और पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर है. बादलों की शृंखला उत्तर-बिहार से राजस्थान तक फैली हुई है. मौसम विभाग ने दो दिन का यलो अलर्ट व दो दिन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अभी अगले दो दिन तक सर्दी से राहत नहीं मिलेगी. शीतलहर से हुए 24 तक आठवीं तक स्कूलों में छुट्टी जिले में अत्यधिक ठंड का मौसम और कम तापमान की स्थिति के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना को देखते हुए आठवीं तक की स्कूलों में छुट्टी की गयी. मंगलवार को डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत जिले के सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों (प्री स्कूल आंगनबाड़ी केंद्रों सहित) में वर्ग 8 तक की शैक्षणिक गतिविधियों पर 24 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया. 22 से 24 जनवरी तक सभी तरह के शैक्षणिक संस्थानों में वर्ग आठ तक की कक्षाओं की गतिविधियां बंद रहेगी. वर्ग 8 से ऊपर की कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियां पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 3:30 के बीच संचालित की जायेगी. कोहरे के साथ पाला पड़ने से आलू व सरसों पर खतरा कोहरे के साथ पाला पड़ने से सरसों और आलू की फसल को नुकसान की आशंका बढ़ गयी है. क्षेत्र के किसानों को फसल की चिंता सता रही है. किसान कीटनाशक दवा का छिड़काव कर फसल को बचाने में जुटे हुए हैं. सुबह व शाम को लगातार कोहरा छाने से आलू में झुलसा रोग लगने लगा है. घने कोहरे के बीच जहां एक ओर लोग अलाव जलाकर तापते रहे हैं. वहीं, किसान फसलों को पाले से सुरक्षित करने के लिए खेतों में दवाई का छिड़काव करते दिखायी दिये. सुबह कोहरे के बीच चलती हवा से लोग गलन से बेहाल दिखे. सर्द मौसम से बीमार हो रहे लोग, अस्पतालों में बढ़ रही भीड़ फोटो नं 07- ठंड के कारण सदर अस्पताल में भर्ती मरीज गोपालगंज. तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते बुखार और निमोनिया के मामले बढ़े हुए हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद बता रहे हैं कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में कोल्ड डायरिया, निमोनिया, सर्दी-जुकाम के मामले अधिक आ रहे हैं. तापमान में तेजी से उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इस तरह के मौसम में सबसे अधिक दिक्कत शुगर, ब्लड प्रेशर और अस्थमा मरीजों को होती है. बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो अपना ब्लड प्रेशर चेक नहीं कराते हैं. ऐसे लोग अचानक तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते लकवाग्रस्त हो जाते हैं. इसके अलावा गठिया मरीजों के लिए कम होता तापमान अत्यधिक दर्द देता है. इसलिए जो लोग पहले से बीमार हैं, उन्हें नियमित दवा का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा ऐसे लोग, जिन्होंने अपना ब्लड प्रेशर चेक नहीं कराया है, वे चेक करा लें.

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