मांझा में शौचालय की टंकी में सेंटरिंग खोलने के दौरान दम घुटने से मकान मालिक और मजदूर की गयी जान

मांझा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव में शौचालय टंकी की सेंटरिंग खोलने के दौरान दम घुटने से मकान मालिक व मजदूर की मौत हो गयी, वहीं एक मजबूर दम घुटने से गंभीर रूप से बीमार हो गया. उसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 19, 2024 10:39 PM

मांझा. मांझा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव में शौचालय टंकी की सेंटरिंग खोलने के दौरान दम घुटने से मकान मालिक व मजदूर की मौत हो गयी, वहीं एक मजबूर दम घुटने से गंभीर रूप से बीमार हो गया. उसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टंकी में फंसे लोगों को जेसीबी मशीन की मदद से बाहर निकाला गया. इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. वहां चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया. वहीं एक का इलाज अस्पताल में चल रहा है. घटना के बाद गांव में आक्रोश का माहाैल व्याप्त है. इस हादसे में मकान मालिक 50 वर्षीय सुधीर दुबे तथा बरौली थाना क्षेत्र के सदौवा गांव के मजदूर शमशाद अली की दम घुटने से मौत हो गयी. वहीं मजदूर पुनदेव कुमार को बचा लिया गया. उसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों लोगों को जेसीबी से बाहर निकलवाया तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. मांझा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव के स्वर्गीय व्यास दुबे के घर छह माह पूर्व शौचालय टंकी का निर्माण कराया गया था. शुक्रवार की सुबह करीब दस बजे के आसपास टंकी की सेंटरिंग खोलने के लिए दो कामगार टंकी के भीतर घुसे थे. तभी गैस से दोनों कामगारों का दम घुटने लगा. इसके बाद मकान मालिक सुधीर दुबे मजदूरों को बचाने में जुट गए. बचाने की दौरान हादसा हो गया. घटना के बाद परिजनों में चीत्कार मचा हुआ था. फुलवरिया गांव के रहने वाले सुधीर दुबे विदेश से दो माह पहले घर को बनाने के लिए आये थे. उनकी पत्नी व बच्चे मायके में सारण के डुमरसन गये थे. सुधीर घर पर रह कर मकान को बनवा रहे थे. इसी दौरान हादसा ने परिजनों को तोड़ कर रख दिया. गांव में लोग घटना से काफी आहत व मर्माहत हैं. उनकी पत्नी रीना देवी गर्भवती हैं. चार साल का बेटा सुंदर कुमार है. पत्नी व बच्चा अचेत पड़े हैं. भाई प्रदीप कुमार दुबे भी विदेश में हैं. लोगों का आरोप है कि ठेकेदार के कहने पर मजदूर सेंटरिंग खोलने अंदर गये थे. इससे शौचालय टंकी में ऑक्सीजन की कमी से मजदूरों का दम घुटने लगा और उसके चिल्लाने पर भी आवाज बाहर सुनायी नहीं दी. कुछ देर के बाद मकान मालिक अंदर गये. उनकी भी दम घुटने से मौत हो गयी. शौचालय की टंकी चारों तरफ से बंद थी. काफी अंधेरा होने से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. चारों तरफ से बंद होने से जहरीली गैस भरी हुई थी. इसमें अंदर जाते ही दो लोगों की मौत हो गयी. पुलिस अब मामले का कांड दर्ज कर जांच में जुटी हुई है.

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