गोपालगंज. पत्नी का अपहरण कर हत्या के आरोप में पति 35 महीने से जेल में बंद है और सास सात महीने तक जेल में रही. पटना हाइकोर्ट से सास को जमानत मिली. दहेज हत्या के केस में पति की जमानत अर्जी को खारिज किया जा चुका है. जेल में सजा काट रहा पति हत्या का बोझ लेकर रोज मर रहा था. उधर, महिला अपनी प्रेमी के साथ बलिया में अपने आशिक के साथ जीवित मिली है. पुलिस ने महिला को यूपी के बलिया से बरामद कर लिया है. महिला की बरामदगी के बाद नगर थाने की पुलिस कोर्ट में गुरुवार को पेश करेगी. पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के अरार मुहल्ले का है. करीब तीन साल पुराने दहेज हत्या के केस की गुत्थी अब सुलझने के करीब पहुंच गयी है. वहीं, पुलिस भी महिला को जीवित देख हैरान है. पति व उसकी सास को बड़ी राहत की सांस ली है. उनको अब इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है. मालूम हो कि बरौली थाना क्षेत्र के नधना गांव निवासी लता देवी की शादी नगर थाने के अरार मुहल्ले में वार्ड नंबर- 28 निवासी सुनील चौहान के साथ हुई थी. शादी के बाद लता और सुनील के बीच दो बेटियां हुईं. इसमें एक बड़ी बेटी अपने मामा के पास रहती है, जबकि दूसरी छोटी बेटी अपनी दादी व पापा के पास रहती है. 2016 में महिला ने प्रताड़ना का केस पति समेत ससुराल वालों पर किया था. बताया जाता है कि लॉकडाउन के दौरान पति-पत्नी में समझौता हुआ. महिला अपनी ससुराल आकर रहने लगी. इधर, लता देवी के भाई चंद्रभूषण प्रसाद ने 10 जुलाई 2021 को दहेज के लिए हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया और इस मामले में 25 जुलाई 2021 को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. दहेज हत्या के मामले में पुलिस ने महिला के पति सुनील चाैहान, देवर धर्मराज प्रसाद, देवराज चौहान, राहुल चौहान, सास आशा देवी समेत पांच को लोगों को पुलिस ने अभियुक्त बनाया. वहीं, लता देवी को पुलिस बरामद कर जब नगर थाना लायी, तो उसने बताया कि वह दूसरी शादी कर चुकी है. यूपी के बलिया में बस के ड्राइवर से उसने शादी करने की बात कही और एक बेटी भी होने की बात बतायी. महिला को इस तरह से अब तीन बेटियां हो चुकी हैं. महिला ने कहा कि 2016 में दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस किया था, उसके बाद से ससुराल में यातना झेलनी पड़ रही थी, इसलिए घर छोड़कर स्टेशन पर भाग गयी, सुसाइड करने की कोशिश भी की, जहां बलिया के नागेंद्र सहनी ने सहारा दिया और अपने घर लेकर चले गये. उसी समय से उनके साथ रहने लगी. चार महीने बाद शादी कर ली और पति-पत्नी के रूप में दोनों बलिया में रहने लगे थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है