बदलते मौसम में कंजंक्टिवाइटिस का बढ़ा खतरा
मौसम में बदलाव के चलते लगातार आंखों में जलन, लालपन समेत सूजन की शिकायत को लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. कोई आंखों के लाल होने, तो कोई खुजली, चुभन और जलन से परेशान है. बारिश के मौसम में विभिन्न बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं. धूल के कणों के साथ आंखों में पहुंचकर एलर्जी की समस्या पैदा कर रहे हैं.
गोपालगंज. मौसम में बदलाव के चलते लगातार आंखों में जलन, लालपन समेत सूजन की शिकायत को लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. कोई आंखों के लाल होने, तो कोई खुजली, चुभन और जलन से परेशान है. बारिश के मौसम में विभिन्न बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं. धूल के कणों के साथ आंखों में पहुंचकर एलर्जी की समस्या पैदा कर रहे हैं. आंखों में एलर्जी की समस्या को लेकर पिछले कई दिनों से सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गयी हैं. प्रतिदिन 120 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. इस मौसम में अगर किसी को आंखों में लालीपन, जलन, चुभन या किसी तरह का डिस्चार्ज होने लगे, तो यह कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण हैं. खुद इलाज करने की जगह डॉक्टर से मिलकर जांच करानी चाहिए. बारिश में आंख में गंदा पानी और धूल-मिट्टी जाने से कॉर्निया के इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. यह इन्फेक्शन कंजंक्टिवाइटिस से कहीं ज्यादा खतरनाक होता है. सुमन अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉ विशाल गुप्ता ने बताया कि इस इन्फेक्शन से बचने के लिए लोगों को आंखों को गंदा पानी और धूल-मिट्टी से बचाने की कोशिश करनी चाहिए. साथ ही अपने हाथों को साफ रखें और आंखों को बार-बार न छुएं, घर में एक सदस्य को होने पर लापरवाही बरतने पर सभी को हो सकता है. अपनी आंखों को गंदे हाथों से न छूएं. आसपास किसी को आइ फ्लू की आशंका लगे, तो आंखों को साफ पानी से धोएं और ठंडे पानी से सिकाई करें. आंखाें में किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर अस्पताल में चिकित्सकों से परामर्श लेकर दवाएं ले सकते हैं.
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