गोपालगंज. लोकसभा चुनाव के लिए अब मात्र कुछ ही दिन रह गये हैं. चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, प्रत्याशियों की बेचैनी तो बढ़ती जा रही है और आंखों की नींद भी उड़ती जा रही है. इस बार गोपालगंज लोस चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 25 मई को मतदाता करेंगे. भोरे में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार कैंप कर एक-एक लोगों से वोट की अपील कर रहे. सोमवार को कटेया थाने के जिगना में पहुंचकर लोगों से वोट की अपील की. उसी प्रकार कुचायकोट में विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने भी अपनी ताकत झोंक दी है. वोटों की गिनती चार जून को होनी है. इस लोकसभा चुनाव के लिए बरौली विधानसभा में कुल 300 बूथ बनाये गये हैं. चूंकि यह सीट सुरक्षित है और जदयू के खाते में गयी है, इसलिए इस बार के चुनाव में एनडीए गठबंधन की ओर से एक बार फिर भरोसा जताते हुए डॉ आलोक कुमार सुमन प्रत्याशी बनाये गये हैं. वहीं इंडिया के वीआइपी की ओर से उनको प्रेमनाथ पासवान चंचल कड़ी टक्कर दे रहे हैं, तो भारतीय राष्ट़्रीय दल से सुरेंद्र राम, निर्दलीय सत्येंद्र बैठा, नमी राम, भोला हरिजन, अनिल राम भी ताल ठोक रहे हैं. वहीं गण सुरक्षा पार्टी से राम कुमार मांझी, बसपा से सुजीत कुमार राम, बहुजन मुक्ति पार्टी से जितेंद्र राम अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. इस बार के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा पार्टी का चुनाव चिह्न लेकर उतरे प्रत्याशियों को चुनौती दी जा रही है. चुनाव 25 मई को होना है और दिन करीब आने से प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है. पार्टी से टिकट लेकर पहुंचे प्रत्याशी तो मतदाताओं के बीच कम हीं पहुंच रहे हैं, उनके कार्यकर्ता मतदाताओं के संपर्क में लगातार हैं और वे मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए रात-दिन एक किये हुए हैं. हालांकि अभी मतदाता पूरी तरह चुप हैं. यही बात प्रत्याशियों को परेशान कर रही है. अधिकतर प्रत्याशियों की पहुंच सुदूर गांवों तक नही हो सकी है और वोटर अपने नेता से मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है