दिल्ली के तबलीगी जमात से संक्रमण के बाद फुलवरिया के मदरसों में जांच
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में सतर्कता बढ़ायी गयी है. इसी क्रम में फुलवरिया प्रखंड प्रशासन ने बुधवार को टीम गठित कर जांच अभियान चलाया.
फुलवरिया : दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में सतर्कता बढ़ायी गयी है. इसी क्रम में फुलवरिया प्रखंड प्रशासन ने बुधवार को टीम गठित कर जांच अभियान चलाया. टीम में बीडीओ कृष्णा राम, सीओ हेमंत कुमार झा, फुलवरिया थानाध्यक्ष मनोज कुमार, श्रीपुर ओपी अध्यक्ष मुकेश कुमार व फुलवरिया प्रखंड प्रमुख तबस्सुम आरा के पति साजिद अंसारी शामिल थे. टीम ने सबसे पहले गिदहां पंचायत के जनता बाजार स्थित मदरसा परिसर में जांच की. यहां मदरसा के छात्रावास में 16 बच्चे पाये गये, जो एक साथ रह रहे थे. इस पर अधिकारियों ने मौलाना को फटकार लगाते हुए सवाल किया कि लॉकडाउन के दौरान इतने बच्चों को एक साथ क्यों रखा गया है.
मौलाना कोई जवाब नहीं दे पाये. अधिकारियों ने बच्चों के बीच दूरी बना कर रखने की हिदायत दी. इसके बाद टीम ने चुरामन चक पंचायत के भटवालिया गांव स्थित हुजुरिया इस्लामिया कासिम उल उलूम मदरसा में जांच की. यहां चार बच्चे मिले. जिनका नाम, पता पुलिस पदाधिकारियों ने लिखा. यहां अधिकारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई टिप्स दिये. यहां भी अधिकारियों ने मौलाना को फटकार लगायी.
इसके बाद उसी पंचायत के थवई टोला गांव स्थित अहमदिया गरीब नवाज मदरसा परिसर में टीम पहुंची, तो हैरान रह गयी. यहां 20 की संख्या में बच्चे पाये गये. बच्चों को लाइन में खड़ा करा कर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने सबका नाम, पता लिखा व कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. टीम फुलवरिया पंचायत के पांडेय परसा गांव स्थित मदरसा में भी पहुंची. यहां पर सिर्फ मौलाना मिले. जांच के बाद बीडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंपी जाएगी. वरीय अधिकारियों का निर्देश मिलने पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले मदरसों पर कार्रवाई की जायेगी.