धू-धू कर जले सड़ार नया टोला में कई घर
शुक्रवार को भरी दोपहरी में जब सारे लोग सूर्य के प्रचंड ताप से बचने के लिए अपने अपने घरों में आराम कर रहे थे तभी अचानक संड़ार गांव के नया टोला में लगी भीषण आग ने ग्रामीणों का उनके सर से उनका छत छीन लिया
संवाददाता, बरौली. शुक्रवार को भरी दोपहरी में जब सारे लोग सूर्य के प्रचंड ताप से बचने के लिए अपने अपने घरों में आराम कर रहे थे तभी अचानक संड़ार गांव के नया टोला में लगी भीषण आग ने ग्रामीणों का उनके सर से उनका छत छीन लिया. घटना करीब दो बजे की है. ग्रामीणों ने बताया कि फूस और अर्द्धपक्का मकान वाले मुहल्ले के किसी घर में महिला खाना बना रही थी. तभी चूल्हे से उड़ी एक चिंगारी ने पड़ोसी के छत को सुलगाना शुरू कर दिया. जब तक उस पर किसी की निगाह पड़ती तब तक आग ने प्रचंड रूप अख्तियार कर लिया और देखते ही देखते पूरे मुहल्ले में फैल गयी. आग में इतनी गर्मी थी कि घर से निकलने के बाद किसी को अपने घर में जाकर कोई सामान बचा लेना मुश्किल हो गया. मौके से किसी ने दमकल विभाग को फोन किया तो पहले दो छोटी गाड़ियां मौके पर पहुंच कर आग बुझाना शुरू की लेकिन यह पर्याप्त नही था. पुन: बड़ी गाड़ी को बुलाना पड़ा तब जाकर आग पर कुछ काबू पाया जा सका. इस भयंकर अगलगी में संड़ार नया टोला तथा बढेयां के रामपुकार सहनी, मुकेश सहनी, अवधेश सहनी, गोपाल सहनी, विरेश सहनी, बीरबल ठाकुर, द्वारिका ठाकुर, जवाहर सहनी, जोखु सहनी, बादशाह सहनी, ललन सहनी, बीरबल सहनी, प्रभु सहनी, शंभु सहनी, अनिल सहनी, कमल सहनी, मास्टर सहनी, शुकदेव सहनी, नागेन्द्र सहनी, भुअर सहनी, महंगु सहनी, तिवारी सहनी, मजिस्टर सहनी, व्यास सहनी, दीपलाल सहनी, बिनु सहनी, भिखारी सहनी, प्रमोद सहनी, शत्रुध्न सहनी, जयकुमार सहनी के घर, कपड़े, खाने-पीने का सामान, बिछावन, बर्तन, नगदी आदि जल गए और अब ये पूरी तरह सड़क पर आ गए हैं. संवाद प्रेषण तक किसी स्तर के पदाधिकारी अगलगी वाले स्थल पर नही पहुंचे थे.
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