माधोपुर व विशंभरपुर में लगी आग में 15 घर जलकर हुए राख, 13 बकरियां भी जलीं
भरी दोपहरी में जब सारे लोग अपने-अपने घरों में आराम कर रहे थे. तभी प्रखंड के माधोपुर व मांझा के विशंभरपुर में आग ने कहर बरसा दिया.
बरौली. भरी दोपहरी में जब सारे लोग अपने-अपने घरों में आराम कर रहे थे. तभी प्रखंड के माधोपुर व मांझा के विशंभरपुर में आग ने कहर बरसा दिया. कुल 15 घर जलकर राख हो गये. एक महिला झुलस गयी जबकि दर्जन भर बकरियों की मौत हो गयी. लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गयी. पीड़ित खुले आसमान के नीचे आ गये. घटना करीब 12 बजे दिन की है. अचानक आग-आग का शोर सुनकर लोग अपने घरों से निकले, तो देखा कि माधोपुर के कपूरचंद चौधरी, संजय चौधरी तथा अजय चौधरी के घरों से आग की भयंकर लपटें उठ रही हैं. ग्रामीणों ने काफी प्रयत्न किया कि वे घर तथा उसमें रखे सामान को बचा लें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और तीनों घरों में रखी तीन साइकिलें, दोपहरी में आराम कर रही 13 बकरियां, एक गाय, अनाज, बिछावन, कपड़े आदि सब कुछ जल गये. वहीं बकरियों को बचाने गयी अजय चौधरी की पत्नी गिरिजा देवी भी आंशिक रूप से जख्मी हो गयीं, जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. ग्रामीणों ने अग्निशमन को फोन किया लेकिन ग्रामीणों और दमकल का प्रयास बेकार गया. आग नहीं बुझ सकी और सब कुछ जल गया. फिलहाल माधोपुर में कोई अधिकारी नहीं पहुंचे हैं और पीड़ित खुले आसमान के नीचे आ गये हैं. जबकि दूसरी ओर मांझा थाने के विशंभरपुर में भी लगभग इसी समय आग लग गयी. इसमें रवींद्र राम, रंगलाल राम, राजेंद्र राम, सुनील राम, अजय राम, मंटू राम, रामदयाल राम, जय कुमार राम समेत 12 लोगों के करकटनुमा घर जल गये. यहां भी घर में रखा सारा सामान तो जला ही, छह बकरियां भी जल गयीं. आसपास के ग्रामीणों के घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. उधर घटना की सूचना पर मांझा के पर पहुंचे सीओ ने पीड़ितों को पॉलीथिन तथा खाने-पीने का सामान दिया. पूरा मुहल्ला तबाह हो गया. ग्रामीणों ने मुखिया मंटू सिंह को जानकारी दी, मुखिया ने पीड़ितों के बीच जरूरत का सामान मुहैया कराया.
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