गोपालगंज में दो लाख लोगों के नाम राशन कार्ड से काटे गये
गोपालगंज शहर के वार्ड नंबर पांच की रहनेवाली शारदा देवी, वार्ड नंबर 16 के पंकज पासवान, प्रदीप सिंह वर्ष तीन दशक से राशन कार्ड से मिलने वाले अनाज से परिवार का काम चलाते हैं.
गोपालगंज शहर के वार्ड नंबर पांच की रहनेवाली शारदा देवी, वार्ड नंबर 16 के पंकज पासवान, प्रदीप सिंह वर्ष तीन दशक से राशन कार्ड से मिलने वाले अनाज से परिवार का काम चलाते हैं. दिन भर मजदूरी करने के बाद बड़ी मुश्किल से परिवार का भरण-पोषण कर पाते हैं. जब इनको पता चला कि आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है, तो सभी काम छोड़ कर आयुष्मान कार्ड बनाने वाले सेंटर यानी राशन की दुकान पर पहुंचे. जब आयुष्मान कार्ड बनाने वाले कर्मी ने जांच की, तो पता चला कि उस सूची में उनका नाम ही नहीं है. अब वे निराश होकर वापस लौट गये. अकेले इनका ही नहीं इनके जैसे दो लाख लोगों का नाम सूची में नहीं है. ऐसे में उनको इस योजना का लाभ नहीं पा रहा है. चाहकर भी वे परिवार को आयुष्मान कार्ड नहीं बना रहे, जबकि आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए कैंप लगाये जा रहे हैं. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज कराने की सुविधा है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में 19,47,804 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसका अभी तक मात्र 45% ही रजिस्ट्रेशन हो सका है. इसमें अब तक आठ लाख 66 हजार 275 कार्ड बनाया जा चुका है. सात अगस्त तक अधिक-से-अधिक लोगों को बनाने की कोशिश जारी है. जिले में अभियान चलाकर सात अगस्त तक आयुष्मान कार्ड के लिए केवाइसी का काम चलेगा. जिला कार्यक्रम समन्वय नीरज कुमार के द्वारा बताया गया कि चिह्नित परिवारों को आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, बैंक पासबुक आदि में से कोई एक दस्तावेज दिखाने पर भी इलाज की सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है.राजेंद्र नगर की रमावती देवी के राशन कार्ड में रमावती देवी नाम दर्ज है, लेकिन आयुष्मान कार्ड वाली सूची में उनका नाम उमावती देवी दर्ज है. नाम में मिस्मैच होने के कारण आयुष्मान कार्ड बनाने से वंचित हो गयी, जबकि सरेया वार्ड एक के विश्वनाथ प्रसाद का नाम से राशन कार्ड है. सूची में शेषनाथ प्रसाद हो गया, तो उनका कार्ड नहीं बन पा रहा है. ऐसे रोज सैकड़ों केस सामने आ रहे और लोग वापस हो रहे. डीडीसी अभिषेक रंजन ने बताया कि जिनका राशन कार्ड फरवरी 2024 तक बना है उनका नाम निश्चित आयुष्मान कार्ड की सूची है. स्कीम बदल कर चेक करने पर हो जायेगा. नाम में स्पेलिंग मिस्टेक है तो हो जायेगा. अगर राम का श्याम हो तो नहीं किया जा सकता है. सिविल सर्जन बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि जिनका नाम सूची में है उनको आयुष्मान कार्ड बनेगा. इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. कोई छुूटे नहीं. जो सूची में नहीं है राशन कार्ड है इस पर विभाग से बात कर समाधान निकाला जायेगा.
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