न खरीदार को भूसा मिल रहा, न किसान को खरीदार
गोपालगंज : लॉकडाउन में कृषि से संबंधित दुकान से लेकर उत्पाद की ढुलाई और खेती नियंत्रण से मुक्त रखी गयी है, लेकिन सभी छूट के बाद भी किसान और मवेशी पालक परेशान हैं. भूसा से लेकर कृषि उत्पाद लाने व ले जाने में भी अक्सर वाहन चालकों को पुलिस का कोपभाजन बनना पड़ रहा है. […]
गोपालगंज : लॉकडाउन में कृषि से संबंधित दुकान से लेकर उत्पाद की ढुलाई और खेती नियंत्रण से मुक्त रखी गयी है, लेकिन सभी छूट के बाद भी किसान और मवेशी पालक परेशान हैं. भूसा से लेकर कृषि उत्पाद लाने व ले जाने में भी अक्सर वाहन चालकों को पुलिस का कोपभाजन बनना पड़ रहा है. गेहूं की कटनी परवान पर है. दौनी के बाद किसान अपना भूसा जमा किये हुए हैं. किसानों को भूसा बेचने के लिये खरीदार का इंतजार है, वहीं मवेशी पालक सीजन में जल्द से जल्द भूसा खरीदने को लेकर परेशान हैं.
नियमों की जटिलता और इसके पालन में अपूर्णता मवेशी पालक और किसान दोनों के लिये परेशानी का सबब बन गयी है. भूसा रहने के बावजूद किसान को न तो खरीदार मिल रहा है और डर से खरीदार को भूसा. किसानों का कहना है कि समय से भूसा नहीं बिका तो सड़ जायेगा. वहीं मवेशी पालक कह रहे हैं कि भूसा ही नहीं, मवेशी के लिये चारा और दाना भी लाने पर पुलिस रोक रही है. इससे मवेशी पालकों की परेशानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है. परेशान मवेशी पालकों ने डीएम से गुहार लगायी है.
लॉकडाउन में अनुदान पर मिले चारा शहर के चंद्रगोखुल रोड निवासी मवेशी पालक संजीत कुमार, बंगरा के रूदल यादव व सरेया मोहल्ले के छोटेलाल सहनी का कहना है कि लॉकडाउन में मवेशियों को खिलाने के लिए चारा खरीद पाना मुश्किल हो पा रहा है. एक तो खाने के लिए पैसे नहीं है, चोकर, भूसा व दाना खरीदने में भी परेशानी है. अभी सस्ता भूसा मिल जायेगा तो पुलिस द्वारा गाड़ी पास मांगा जा रहा है. ऐसे में मवेशियों के लिये भी सरकार चारा की व्यवस्था करे.क्या कहते हैं अधिकारीबड़े पैमाने पर भूसा व चारा लाने के लिये मवेशी पालकों को थाने से अनुमति लेनी होगी. वैसे पुलिस भूसा-चारा लाने के लिए नहीं रोक रही है.उपेंद्र कुमार पाल, एसडीओ, गोपालगंज