बैकुंठपुर. गंडक नदी में डूबने के बाद लापता हुए शिक्षक परिवार के चार छात्रों का सुराग अब तक नहीं मिल सका. हादसा होने के 10 दिनों बाद गंडक नदी से छात्रों का कोई सुराग नहीं मिलने से परिजनों की आस टूटने लगी है. वहीं, बेटों के मिलने की आस में मां-बाप की आंखें पथरा गयी हैं. बेबस परिजन हर रोज गंडक नदी के किनारे लापता छात्राें की खोज में निकल रहे हैं, लेकिन शाम होने पर निराश होकर लौट आ रहे हैं. एनडीआरएफ ने गंडक नदी में चार दिनों तक सर्च अभियान चलाने के बाद खड़े किये हाथ चार छात्रों की खाेजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन अब एनडीआरएफ ने भी हाथ खड़े कर दिये हैं. बता दें कि 26 अगस्त की सुबह गंडक नदी में डूबने से एक ही परिवार के चार छात्र लापता हो गये थे. घटना तब हुई जब दशकर्म में मुंडन के बाद शोक संतप्त परिजन स्नान के लिए गंडक नदी में गये थे. लापता किशोरों में मटियारी जादोपुर गांव के नवलेश कुमार का 16 वर्षीय बेटा निखिल कुमार, सतन राय का 16 वर्षीय बेटा सुजीत कुमार व 14 वर्षीय बेटा सुमित कुमार तथा भगवान राय का 14 वर्षीय बेटा संजीव कुमार शामिल हैं. वहीं, प्रशासन की ओर से परिजनों को भरोसा दिलाया गया है कि शव के नहीं मिलने पर भी प्रक्रिया पूरी कराते हुए मुआवजा दिलाया जायेगा. मालूम हो कि इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों के अलावा ग्रामीणों में भी काफी मायूसी देखी जा रही है. इसके बाद कोई अपने बच्चों को नदी में नहाने देने के लिए स्वीकृति नहीं दे रहा है.
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