विभिन्न प्रकृति के वादों का आपसी सुलह व समझौते के आधार पर होगा निष्पादन गोपालगंज. वर्ष 2024 की दूसरा राष्ट्रीय लोक अदालत 11 मई को आयोजित की जानी थी. लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना द्वारा लोक अदालत की नयी तिथि 13 जुलाई निश्चित की गयी है. इसकी जानकारी प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश मालवीय ने प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि इस बार 700 लंबित वादों एवं 1500 पूर्व वादों के निष्पादन का लक्ष्य रखा गया है. वर्ष के पहले राष्ट्रीय लोक अदालत में 4333 लंबित वादों को चिह्नित किया गया था. इसमें 599 का निष्पादन करते हुए 22 लाख 49 हजार 850 रुपये का सेटलमेंट हुआ था. वहीं 18717 पूर्व वाद चिह्नित किये गये थे. इसमें 1124 का निष्पादन करते हुए 3 करोड़ 87 लाख 86 हजार 504 रुपये का सेटलमेंट हुआ था. उन्होंने कहा कि पिछले लोक अदालत में कुल 1723 वादों का निष्पादन किया गया था, जो पिछले पांच वर्षों में अधिकतम है. अगली लोक अदालत के लिए भी सभी न्यायालयों में पीएलवी की प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है, जो प्राथमिकता के आधार पर न्यायालय द्वारा चिह्नित सुलहनीय वादों में नोटिस तैयार कर रहे हैं. विभिन्न विभागों के साथ बैठकर संबंधित विभागों के पदाधिकारी गण को अपने-अपने विभागों के सुलहनीय वादों को अधिकाधिक चिह्नित करने तथा चिह्नित वादों में पक्षकारों के बीच प्री सिटिंग कर वादों को निष्पादन योग्य तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया है. इस राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालय में लंबित सुलहनीय आपराधिक वादों, पारिवारिक वादों, दुर्घटना बीमा दावा वादों, श्रम वादों, वन वादों, मापतौल वादों, टेलीफोन बिल, बैंक ऋण, नीलाम वाद, ग्राम कचहरी में लंबित आपराधिक वाद, महिला हेल्पलाइन में लंबित वाद, धारा 107 और 144 आदि विभिन्न प्रकृति के वादों को आपसी सुलह-समझौता के आधार पर निष्पादित किया जायेगा.
अब वर्ष की दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत 13 जुलाई को : जिला जज
वर्ष 2024 की दूसरा राष्ट्रीय लोक अदालत 11 मई को आयोजित की जानी थी. लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना द्वारा लोक अदालत की नयी तिथि 13 जुलाई निश्चित की गयी है.
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