गोपालगंज में ओवरलोडिंग के कारण नाव पलटने से एक महिला की मौत, आठ लोग लापता

गंडक नदी में नाव पलटी, Boat overturns in Gandak River

By Kaushal Kishor | February 29, 2020 1:35 PM

गोपालगंज : गंडक नदी में शनिवार को नाव पलटने से एक महिला की मौत हो गयी, जबकि आठ अन्य लोग लापता हो गये है. नाव में सवार चार लोग तैर कर बच निकले. उधर, घटना की सूचना मिलने पर एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल, सीओ विजय कुमार सिंह, बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर, जादोपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर लापता लोगों की तलाश में गोताखोर लगाये गये हैं. मौके से पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है. मौके पर एनडीआरएफ की टीम को बुलाने की मांग पर ग्रामीण अड़े हुए है.

शनिवार की सुबह नौ बजे खाना खाने के बाद रोज की तरह अपने-अपने खेतों में काम करने के लिए हीरापाकड़ जाने के लिए निकले थे. नाव पर क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के कारण नदी की धारा में जाते ही डूब गयी. नाव के डूबते ही चीत्कार मच गयी. बड़ी मुश्किल से रजोखर नवादा के पिंटू प्रसाद, कोटवा के प्रभुनाथ प्रसाद, झूलन सिंह की पत्नी विमलावती देवी तथा सुनील कुमार किसी तरह तैरकर अपनी जान बचा पाये. जबकि, कोटवा के विक्रमा सिंह के पत्नी उषा देवी की मौत हो गयी.

नगर थाने के कोटवा गांव के हरीलाल कुमार, मानिकपुर की अंजलि कुमारी, अजीत कुमार, हीरापाकड़ गांव के देवेंद्र सिंह के पुत्र रोहित कुमार, पत्नी निर्मला देवी, कोटवा गांव के रघुनाथ प्रसाद की पत्नी राजकली देवी, बेटा सचिन कुमार आदि लापता हो गये हैं. लापता लोगों की तलाश लगातार स्थानीय नाविक और गोताखेर कर रहे हैं. आठ किमी के रेंज में नदी को खंगालने का काम चल रहा है. पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी ने एक की मौत की पुष्टि है.

घटना के संबंध में रघुनाथ प्रसाद का कहना है कि हादसा होने के बाद अपने पुत्र और भाभी को नदी से बाहर निकाल रहा था. इसी बीच, अन्य लोग मेरे बेटे और भाभी के शरीर पर चढ़ गये और उनका हाथ पकड़ लिया, जिससे बेटा और भाभी के साथ मैं खुद भी नदी में डूबने लगा. मेरी आंखों के सामने हरिलाल और राजकली देवी हाथों से छूट गये और गहरे पानी में चले गये. उसके बाद से दोनों लापता हो गये. गंडक नदी के किनारे घाट पर बैठ कर फूट-फूटकर रोते हुए अधिकारियों से अपने बेटे और भाभी की लाश नदी से निकालने के लिए गुहार लगा रहे हैं.

मानिकपुर पंचायत के रोज अखंड नवादा गांव के रहनेवाले पिंटू प्रसाद नाव पर सवार थे. पिंटू प्रसाद नदी में तैर कर बाहर तो निकल गये, लेकिन उनके भाई अवध प्रसाद के पुत्र अजीत कुमार और अंजली कुमारी को वे बचा नहीं सके. नदी से पार कर बाहर निकले पिंटू प्रसाद भतीजा और भतीजी की मौत पर रो रहे थे. अधिकारियों से बार-बार नदी से दोनों के शव बाहर निकालने की गुहार लगा रहे थे. पिंटू प्रसाद के मुताबिक, नदी के उस पार खेती का काम चल रहा था. परिवार के सदस्य गेहूं के खेत में काम करने के लिए नाव से नदी पार कर रहे थे. इसी दौरान ओवरलोडिंग होने के कारण हादसा हुआ.

रघुनाथ प्रसाद और रजोखर नवादा गांव के पिंटू प्रसाद दोनों नाव पर सवार थे और घटना चश्मदीद हैं. पुलिस ने इन दोनों से लापता लोगों के बारे में जानकारी ली है. इन्हीं लोगों के द्वारा बताया गया कि नाव पर कुल 12 लोग सवार थे. इनमें एक महिला की मौत हो गयी और चार लोग जान बचाकर बाहर निकल गये हैं, जबकि आठ लोग लापता हैं.

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