जिले में लक्ष्य की मात्र दो फीसदी ही हुई गेहूं की खरीदारी
गेहूं की खरीद प्रक्रिया जिले में बेदम हो गयी. शासन ने जिले में 1239 मीट्रिक टन (एमटी) गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य तय किया था. इसके लिए कुल 196 क्रय केंद्र (188 पैक्स व 8 व्यापार मंडल) गेहूं खरीदने की टास्क फोर्स ने अनुमति दी.
गोपालगंज. गेहूं की खरीद प्रक्रिया जिले में बेदम हो गयी. शासन ने जिले में 1239 मीट्रिक टन (एमटी) गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य तय किया था. इसके लिए कुल 196 क्रय केंद्र (188 पैक्स व 8 व्यापार मंडल) गेहूं खरीदने की टास्क फोर्स ने अनुमति दी. सहकारिता विभाग की लगातार मॉनीटरिंग के बाद भी केवल 45 पैक्स एवं 2 व्यापार मंडल द्वारा कुल 73 किसानों से 239 एमटी ही खरीदारी की गयी. गेहूं खरीद की अंतिम तिथि 15 जून था. समय बीत गया. लक्ष्य के दो फीसदी तक ही खरीदारी हो सका. किसानों के द्वारा गेहूं क्रय केंद्रों को बेचने से इंकार कर दिया गया. गेहूं खरीदने के लिए सहकारिता विभाग की ओर से प्रतिदिन मॉनीटरिंग करने के बाद भी खरीदारी रफ्तार नहीं पकड़ सकी. गेहूं की पिछले वर्ष भी ठीक से खरीदारी नहीं हो सकी थी. किसानों का गेहूं जैसे ही पक कर तैयार हुआ कि बाजार में कई कंपनियों ने गेहूं खरीदने के लिए किसानों से संपर्क करने में जुट गयी. किसानों के दरवाजे से गेहूं लेकर 24 सौ रुपये क्विंटल का रेट तय कर दिया. किसानों के घर से व्यापारी जाकर गेहूं की खरीदारी करने लगे. जिस किसान के पास गेहूं था, वे उनको बेचकर अपना पूंजी निकाल ली. सहकारिता विभाग की ओर से बनाये गये क्रय केंद्रों पर सरकार की ओर से 2275 रुपये क्विंटल का रेट तय था. 25 रुपये बोरा का अलग से रेट था. क्रय केंद्रों पर गेहूं लेकर जाने का झंझट. वहीं कारोबारियों ने घर से किसानों के गेहूं को 24 सौ रुपये के रेट पर खरीद लिया. डीसीओ प्रिंस अनुपम कुमार सिंह ने बताया कि बाजार में गेहूं का रेट अधिक होने के कारण क्रय केंद्रों को किसानों ने गेहूं नहीं दिया. मोहद्दीपुर पकड़िया क्रय केंद्र ने अपना गेहूं एसएफसी को जमा करा दिया है. बाकी क्रय केंद्रों को भी 20 जून तक गेहूं जमा करा देने का आदेश दिया गया है. जिले का परफॉमेंस लक्ष्य के हिसाब से काफी खराब रहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है