जगरनाथा में चौथी कक्षा के छात्र को उसके दोस्तों ने चाकू से गला रेतकर मार डाला
उचकागांव थाना क्षेत्र के जगरनाथा गांव में 10 वर्षीय छात्र की उसके दोस्तों ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. वहीं, बचाने पहुंचे गांव के अधेड़ को भी चाकू से हमला कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया
By Prabhat Khabar News Desk |
April 3, 2024 8:55 PM
बचाने पहुंचे गांव के अधेड़ पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर
उचकागांव. थाना क्षेत्र के जगरनाथा गांव में 10 वर्षीय छात्र की उसके दोस्तों ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. वहीं, बचाने पहुंचे गांव के अधेड़ को भी चाकू से हमला कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया. बुधवार की शाम हुई हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी. वहीं, परिजनों में कोहराम मच गया. मृत बच्चे की पहचान विजय कुमार के रूप में की गयी है, जो विमल चौधरी का पुत्र था. वहीं, गंभीर रूप से जख्मी अधेड़ परमेश्वर बैठा बताये गये हैं. घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति है. सूचना पाकर पहुंची उचकागांव, मीरगंज, कुचायकोट और फुलवरिया थाने की पुलिस के अलावा हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता कैंप किये हुए हैं. पुलिस को शव को कब्जे में लेने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है. दूसरी तरफ घटना के बाद से आरोपित फरार बताये जा रहे हैं.
दोस्तों की हैरान करनेवाली वारदात :
बताया जाता है कि विजय कुमार और पड़ोस के रहनेवाला आरोपित बच्चा दोनों दोस्त थे. जगरनाथा गांव में एक निजी विद्यालय में कक्षा चौथी के छात्र थे. बुधवार को किसी बात को लेकर स्कूल में ही मारपीट हुई. उसके बाद जब घर पहुंचे, तो दोनों साथ में साइकिल से नहर की तरफ गये, जहां विजय कुमार की चाकू से उसके साथियों ने गला रेतकर हत्या कर दी.
अधेड़ पर भी किया जानलेवा हमला :
विजय कुमार की हत्या के दौरान पहुंचे चश्मदीद और 50 वर्षीय परमेश्वर बैठा पर भी चाकू से बच्चों ने हमला कर दिया. पीठ में चाकू लगने के बाद परमेश्वर बैठा लहूलुहान हो गये और बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. घटना के बाद आरोपित फरार हो गये. आसपास के लोगों की मदद से इलाज के लिए परमेश्वर बैठा को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
परिजनों में मची चीख-पुकार :
जगरनाथा निवासी 10 वर्षीय बच्चे विजय कुमार की मौत के बाद उसके घर पर चीख पुकार मची हुई है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृत बच्चे के पिता विमल यादव सऊदी अरब में रहकर मजदूरी करते हैं. वहीं, विजय अपने बड़े भाई, मां और दो बहनों के साथ घर पर ही रहकर गांव में घर से कुछ दूरी पर स्थित एक निजी स्कूल में कक्षा चार में पढ़ता था. उसका बड़ा भाई अजय यादव इंटर में पढ़ता है जबकि बहन निशु कुमारी और संध्या कुमारी घर पर ही रहकर गांव के ही विद्यालय में पढ़ती है. परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है. विजय की मां श्रद्धा देवी, मौसी प्रभा देवी रो-रोकर कह रही थी कि मुझे अपना बेटा जिंदा चाहिए, नहीं तो मौत का बदला मौत. इससे दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है. वहीं उसकी बहन निशु कुमारी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी. मृतक के दरवाजे पर चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो जा रहा था.