गोपालगंज. बारिश होने के बाद तेज धूप निकलने से लोग बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं. ज्यादातर लोग एलर्जी और स्किन डिजीज के शिकार हो रहे हैं. शनिवार को सदर अस्पताल समेत सभी सरकारी अस्पताल मरीजों से पटा था. इमरजेंसी वार्ड में डायरिया, हीट स्ट्रोक, कय-दस्त और बीपी के मरीजों से सभी बेड फूल थे, तो ओपीडी में जनरल बीमारियों से ग्रसित मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी. पर्चा कटाने से लेकर दवा काउंटर तक मरीजों की लंबी बतार थी, जहां धूप में ही दवा लेने के लिए लोग विवश नजर आये. वहीं, स्वास्थ्य प्रबंधक जान महम्मद का कहना है कि मौसम के उतार-चढ़ाव की वजह से मरीजों की संख्या दोगुनी हो गयी है. लिहाजा मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गयी है. वहीं, सदर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि मौसम का सबसे ज्यादा असर बुजुर्ग और बच्चों पर पड़ रहा है. ज्यादातर बच्चे उल्टी-दस्त के अलावा वायरल फीवर से भी परेशान हैं. सदर अस्पताल से लेकर प्रखंडाें के अस्पतालों में भी मरीजों का इलाज हो रहा है. गर्मी में बुजुर्ग, बच्चे और बीपी के साथ हृदय रोग के मरीजों का खास ख्याल रखने की जरूरत है. बच्चे दूषित पानी या फिर अन्य चीज खा लेते हैं, जो नुकसान करता है. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए. डॉक्टरों का कहना है कि गर्म हवा के कारण ड्राइ स्किन से कई लोग परेशान रहते हैं. धूप, एसी या कूलर में रहने के कारण इस तरह की चिड़चिड़ी त्वचा परेशान कर सकती है. ऐसे में रूखी त्वचा से बचाव के लिए धूप से बचना जरूरी है. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक ही परिवार के तीन लोग उल्टी-दस्त से बीमार हो होकर पहुंचे. पीड़ित मरीज सदर प्रखंड के राजवाही के निवासी थे. परिजनों ने बताया कि मछली खाने के बाद उल्टी-दस्त होने लगी. इसके बाद इमरजेंसी वार्ड में महिला समेत दोनों बच्चों को भर्ती कराया गया.
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