राजेंद्र बस स्टैंड में गंदगी और कीचड़ से यात्री हो रहे परेशान

नगर परिषद द्वारा संचालित जिला मुख्यालय का राजेंद्र बस स्टैंड कीचड़ में तब्दील हो गया है. हल्की बारिश के बाद बस स्टैंड में यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी है. यहां से राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर, सिल्लीगुड़ी, गोरखपुर, बनारस, टाटा और रांची के लिए यहां से बसें खुलती हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 25, 2024 10:35 PM
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गोपालगंज. नगर परिषद द्वारा संचालित जिला मुख्यालय का राजेंद्र बस स्टैंड कीचड़ में तब्दील हो गया है. हल्की बारिश के बाद बस स्टैंड में यात्रियों की परेशानी बढ़ गयी है. यहां से राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर, सिल्लीगुड़ी, गोरखपुर, बनारस, टाटा और रांची के लिए यहां से बसें खुलती हैं. सरकार को करोड़ों का राजस्व मिलता है, लेकिन यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल रही है. पांच साल से इस बस स्टैंड की दुर्दशा में कोई सुधार नहीं हो सका. वर्ष 2018 से राजेंद्र बस स्टैंड को हाइटेक बनाने की योजना चल रही है, लेकिन अभी तक राशि का इंतजार हो रहा है. अंधेरे में यात्री रहने के लिए मजबूर हैं. बस संचालकों ने नगर परिषद और जिला प्रशासन को राजेंद्र बस स्टैंड की सफाई कराने की मांग की है. बस संचालकों के मुताबिक यहां यात्रियों को पीने के लिए पानी और रात में लाइट का इंतजाम तक नहीं किया गया है. नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता राहुल धर दूबे ने कहा कि साफ-सफाई करायी जाती है. राजेंद्र बस स्टैंड काे आधुनिक बनाने के लिए प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजा गया है. यात्री पड़ाव यात्रियों को ठहरने के लिए बनाया है, लेकिन यह भवन भी जर्जर हो चुका है. छत का छज्जा टूट गया है और बरसात में मलबा गिर रहा है. बारिश होने के पर चाह कर भी यात्री इस यात्री पड़ाव में शरण नहीं ले पाते हैं. बारिश के दिनों में यात्री पड़ाव की हालत और खराब हो जाती है. पांच साल पहले नगर विकास विभाग ने बस स्टैंड का कायाकल्प करने को लेकर नगर परिषद से प्रस्ताव मांगा था. नगर परिषद ने 4.50 करोड़ की लागत से राजेंद्र नगर बस स्टैंड को हाइटेक बनाने की योजना नगर विकास विभाग को भेज दिया. अब तीन साल बीत गये हैं. अभी तक नगर विकास विभाग ने बस स्टैंड का कायाकल्प करने के लिए राशि आवंटित नहीं की है. नगर परिषद तीन साल से बस स्टैंड को हाइटेक बनाने के लिए राशि मिलने का इंतजार कर रहा है.

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