राइस मिलों में फंसा है पैक्स का 15.81 करोड़ का चावल

एसएफसी के यू-टर्न लेने के कारण जिले की सहकारी राइस मिलों में करोड़ों का चावल फंसा है. राइस मिलों में 3698 एमटी चावल तैयार कर क्रय केंद्र एसएफसी में आपूर्ति के लिए विभाग के इंतजार में है, जो लगभग 15.81 करोड़ का बताया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 23, 2024 10:08 PM

गोपालगंज. एसएफसी के यू-टर्न लेने के कारण जिले की सहकारी राइस मिलों में करोड़ों का चावल फंसा है. राइस मिलों में 3698 एमटी चावल तैयार कर क्रय केंद्र एसएफसी में आपूर्ति के लिए विभाग के इंतजार में है, जो लगभग 15.81 करोड़ का बताया जा रहा है. वहीं एसएफसी ने अरवा चावल लेने से इंकार कर दिया है. इससे 9480 एमटी चावल से जिसमें 22% यानी 4060 एमटी अरवा चावल ही एसएफसी लेगा. बाकी 3698 एमटी अरवा चावल को लेकर पेंच फंसा हुआ है. राज्य खाद निगम ने छह मार्च के आदेश से यू टर्न ले लिया है. इससे अरवा चावल लेने से राज्य खाद्य निगम गोपालगंज ने इंकार कर दिया है. अब सहकारिता विभाग टेंशन में आ गया है. जिन राइस मिलों को धान दे दिया गया है, उनके द्वारा तैयार किये गये चावल का क्या होगा. उधर, डीसीओ प्रिंस अनुपम सिंह ने सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव को स्थिति से अवगत कराते हुए तत्काल हस्तक्षेप करने की आग्रह किया है ताकि सहकारी अरवा मिलों को बर्बाद होने से बचाया जा सके. सहकारिता विभाग के आदेश का इंतजार सहकारी राइस मिलों को है. जिले के किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीद में विभाग लक्ष्य के 42 फीसदी ही खरीदारी कर सका. जिले में 64445 एमटी धान खरीद के लक्ष्य के सापेक्ष में 27279 मीट्रिक टन धान खरीदा. कुल चावल 18413 एमटी है. अरवा चावल 9480 एमटी लक्ष्य को पूरा किया, जबकि उसना चावल लक्ष्य के पीछे रह गया. उसना में 9400 एमटी हुआ, जबकि अरवा में लक्ष्य के अनुरूप 18413 एमटी में से 22% यानी 4060 एमटी अरवा चावल ही एसएफसी लेने को तैयार था. बाद में विभाग की पहल पर जब राज्य खाद्य निगम के प्रबंध निदेशक की ओर से आदेश आया, तो अब तक सहकारी राइस मिलों की ओर से एसएफसी को 5782 एमटी चावल की आपूर्ति की जा चुकी है. अब उसे लेने पर रोक लगा दी गयी है. जानकार सूत्रों ने कहा कि टास्क फोर्स की बैठक में सहकारिता विभाग की तरफ अरवा चावल तैयार करने के लिए अरवा व उसना के लक्ष्य के अनुरूप तय कर दिया गया. पैक्स, व्यापार मंडल में कुल 14 राइस मिलों को पैक्स से टैग किया गया. वहीं उसना चावल तैयार करने के लिए मीरगंज की शारदा राइस मिल को क्रय केंद्रों से टैग किया गया. राइस मिलें क्रय केंद्रों से धन लेकर चावल तैयार कर चावल को लेकर फंसी हुईं हैं.

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