गोपालगंज. नौतपा खत्म हो गया लेकिन तपिश से राहत नहीं मिली. तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. मंगलवार को पुरवा हवा 14 किमी की रफ्तार से चलने के बाद भी धूप ने लोगों को तपा दिया. धूप और उमस के साथ अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. धूप तेज होने से गर्मी ने लोगों को बेचैन कर दिया. मौसम वैज्ञानिकों ने शुक्रवार से 12 जून तक लू चलने और तापमान के 44 डिग्री सेल्सियस तक जाने की आशंका जतायी है. मंगलवार की सुबह पुरवा हवा से राहत मिली. हवा में 43 प्रतिशत तक नमी बनी रही. इसके कारण बारिश के भी 33 प्रतिशत आसार रहे. लेकिन बादलों की आवाजाही के बीच गर्मी ने बेचैन कर दिया. दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर गया. लोग घरों में रहकर टीवी से चिपके रहे. शाम को भी बहुत राहत नहीं मिली. बिजली की अघोषित कटौती के कारण एक बार फिर से लोग गर्मी, धूप और उमस से बेचैन रहे. दिन में कई बार बिजली की कटौती हुई. कटौती उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा दी. बिजली की कटौती के कारण लोगों में आक्रोश भी कम नहीं दिखा. डॉ आरएन त्रिपाठी ने बताया कि तापमान के लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने पर लोगों के मस्तिष्क का गर्मी नियंत्रण सिस्टम फेल हो रहा है. बाहर माहौल की गर्मी और शरीर के अंदर के ताप में तालमेल नहीं बैठ पाने के कारण लोगों को तेज बुखार आ रहा है. रोगी अस्पतालों की ओपीडी और इमरजेंसी में आ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी स्थिति अधिक देर तक रहने पर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है और लीवर और मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है. 24 घंटे में अधिकतम तापमान 42.8 हो गया जबकि न्यूनतम तापमान 29.1 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया, जो औसत से 3.1 अधिक रहा. आर्द्रता 43 प्रतिशत दर्ज की गयी. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि मौसम अगले दो दिनों तक पुरवा हवा के कारण राहत मिलेगी, लेकिन उसके बाद तपाने को तैयार है. इसलिए गर्मी के लिए अभी शहरवासियों को तैयार रहना होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है