मुंबई में छिपे इनामी अपराधी को 10 साल बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
लकड़ी कारोबारी की हत्या कर मुंबई में छिपे 25 हजार के इनामी अपराधी विनय यादव को डीआइयू की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मुंबई के ठाणे से उसकी गिरफ्तारी हुई और रविवार को गोपालगंज लाकर कोर्ट में पेशी की गयी.
गोपालगंज. लकड़ी कारोबारी की हत्या कर मुंबई में छिपे 25 हजार के इनामी अपराधी विनय यादव को डीआइयू की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मुंबई के ठाणे से उसकी गिरफ्तारी हुई और रविवार को गोपालगंज लाकर कोर्ट में पेशी की गयी. पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी से राहत की सांस ली है. गिरफ्तार विनय यादव भोरे थाना क्षेत्र के रावारक्सा गांव निवासी जनार्दन यादव का पुत्र है. साल 2014 में हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करते हुए फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए डीआइयू के साथ स्पेशल टीम का गठन किया था.
चाकू मारकर हुई थी हरिनंदन उर्फ लोहा की हत्या : पुलिस के मुताबिक साल 2014 में भोरे थाना क्षेत्र के हुस्सेपुर गांव में लकड़ी कारोबारी हरिनंदन उर्फ लोहा यादव की चाकू मारकर हत्या कर दी गयी थी. हत्या की वजह महिला के साथ अवैध संबंध होने और भगाकर ले जाने की बात सामने आयी थी. पुलिस ने इस मामले में विनय यादव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी. हत्या के बाद से विनय फरार हो गया और मुंबई के ठाणे में छिपकर रहने लगा.25 हजार रुपये का एसपी ने घोषित किया था इनाम :
विनय यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही थी, लेकिन कहीं से उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने केस के रिव्यू के दौरान लंबित मामले को देख फरार अपराधी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया. डीआइयू की टीम ने अपराधी के बारे में छानबीन की, तो उसका लोकेशन मुंबई में मिला, जिसके बाद पुलिस टीम ने मुंबई से गिरफ्तारी की है.अपराधियों की सूची में टॉप-44 में था विनय :
एसडीपीओ हथुआ आनंद मोहन गुप्ता ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर गिरफ्तारी की जानकारी दी. एसडीपीओ ने बताया कि फरार इनामी अपराधियों की सूची में टॉप-44 पर था. कार्रवाई में भोरे थानाध्यक्ष अनिल कुमार, डीआइयू के दर्पण सुमन, टेक्निकल सेल से सिपाही प्रवीण कुमार, संजीव कुमार, मुन्ना, योगेंद्र चौधरी, प्रमोद कुमार आदि शामिल थे. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच विनय यादव को जेल भेज दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है