गोपालगंज. देश की सबसे बड़ी परीक्षा में शामिल नीट यूजी 2024 के आयोजन में सीबीएसइ स्कूल से गिरफ्तार साॅल्वर कांड की जांच तेज हो गयी है. स्कूल में पहुंचकर कांड के आइओ दीपिका रंजन की टीम सोमवार को पहुंची. स्कूल के सीसीटीवी के फुटेज को कलेक्ट किया. उसके साथ ही सॉल्वर गैंग का सदस्य कहां से इंट्री किया. किस कमरे में बैठकर परीक्षा दी, इसकी पूरी जानकारी ली. प्राचार्य से उसके गतिविधि की जानकारी ली. पुलिस की टीम उसके फुटेज को भी देखकर एक-एक तथ्यों को जुटाने में जुटी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सॉल्वर गैंग अब छोटे शहरों के स्कूलों को टारगेट कर अपना मुन्ना भाई बैठा रहे हैं. बता दें कि गत पांच मई को आयोजित नीट की परीक्षा के दौरान बसडीला में स्थित सीबीएसइ परीक्षा केंद्र से एक सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया. जो दूसरे परीक्षार्थी के बदले डमी कैंडिडेट के रूप में एग्जाम दे रहा था. गिरफ्तार सॉल्वर राजस्थान के बाडमेर जिले के कुडला थाना क्षेत्र के रिको निवासी सुंरग कुमार का पुत्र सतीश कुमार था. पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो बड़े नेटवर्क का खुलासा हो गया. बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें सामने आयी. बिहार से लेकर राजस्थान तक सॉल्वर गैंग को खंगालने में टीम जुटी है. नगर थाना क्षेत्र के बसडीला स्थित सीबीएसइ परीक्षा केंद्र पर गिरफ्तार सॉल्वर सतीश कुमार, जो खुद एमबीबीएस के पांचवें वर्ष का छात्र था, वह सिद्धार्थ सुमन नाम के परीक्षार्थी के बदले परीक्षा दे रहा था. एनटीए मुख्यालय से रिपोर्ट आने पर सेंटर पर ही उसे ट्रेस किया गया था. परीक्षा केंद्र में जिस कमरे में परीक्षा सतीश ने दी, उसके वीक्षक से भी पुलिस पूछताछ की है. बायोमेट्रिक अटेंडेंस से सॉल्वर की पहचान हुई और उसकी गिरफ्तारी हुई. वहीं, इस मामले में परीक्षा सेंटर की प्रिंसिपल पिंकी कुमारी क्भ् तहरीर पर नगर थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी. पुलिस अब सॉल्वर गैंग से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. गोपालगंज में कुल छह केंद्रों पर नीट यूजी-2024 का आयोजन किया गया था, जिसमें 3 हजार 328 परीक्षार्थी शामिल हुए थे.
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