भोरे गोली कांड में खुलासे के करीब पहुंची पुलिस, हिरासत में लिये गये सात संदिग्ध
भोरे में हुए गोली कांड के खुलासे के करीब पुलिस पहुंच चुकी है. पुलिस के हाथ अब इतना कुछ लग चुका है कि पुलिस कभी भी इसका खुलासा कर सकती है. इस मामले में अभी तक कुल सात लोगों को हिरासत में लिये जाने की बात सामने आयी है.
भोरे. भोरे में हुए गोली कांड के खुलासे के करीब पुलिस पहुंच चुकी है. पुलिस के हाथ अब इतना कुछ लग चुका है कि पुलिस कभी भी इसका खुलासा कर सकती है. इस मामले में अभी तक कुल सात लोगों को हिरासत में लिये जाने की बात सामने आयी है. वहीं इस घटना का मास्टरमाइंड भी पुलिस के हाथ लग चुका है, जिससे पूछताछ की जा रही है. हालांकि अभी पुलिस इसमें कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. पूरे मामले की मॉनीटरिंग एसडीपीओ कर रहे हैं, कोई दूसरी तरफ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई इस कार्रवाई की एक तस्वीर भी सामने आयी है, जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि एक स्प्लेंडर बाइक पर सवार तीन अपराधी घटना को अंजाम देने जा रहे हैं. इसमें दो ने तो अपने चेहरे को ढक रखा है. जबकि एक का चेहरा खुला हुआ है. पुलिस ने जो गिरफ्तारी की है, उसमें भोरे थाना क्षेत्र के सभी लोग शामिल हैं. बता दें कि शुक्रवार को थाना क्षेत्र के नोनिया छापर निवासी तुलसी सिंह के पुत्र अरविंद कुमार सिंह अपनी स्कॉर्पियो को ठीक करवाने खजुरहां के एक गैरेज पर आये थे. जहां वह पेड़ की छांव में बैठकर गाड़ी ठीक करवा रहे थे. इसी दौरान बाइक सवार तीन अपराधी वहां पहुंचे, जिसमें से दो नीचे उतरे और सर में सटाकर गोली मार दी. गोली लगने से अरविंद सिंह वहीं गिर पड़े. तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां से गोरखपुर रेफर किया गया था. वहां से उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती अरविंद कुमार सिंह की जिद पूरी जिंदगी शरीर में धंसी गोली के साथ जीनी होगी. डॉक्टर ने ऑपरेशन से इनकार कर दिया है. ऑपरेशन होने से उनकी जान पर खतरा है. जिसके कारण मेडिकल टीम ने ऑपरेशन नहीं करने का फैसला लिया है, जो जानकारी मिली है. उसके मुताबिक गोली उनके शरीर के अंदर ही फंसी है और उसी गली के साथ उन्हें आगे की जिंदगी जीनी होगी.
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