Bihar News: गोपालगंज में दंग करने वाला एक मामला सामने आया है. यहां के चनावे मंडल कारा में बंद 45 वर्षीय एक विचाराधीन कैदी ने अपने गुप्तांग में प्लास्टिक का पाइप डाल लिया. यह पाइप करीब एक फुट लंबा था. जब उसके पेट में तेज दर्द शुरू हुआ तो उसने इसकी सूचना जेल के कर्मियों को दी. जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया. कैदी की हालत बिगड़ने लगी तो उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. इमरजेंसी वार्ड में उसे भर्ती किया गया है.
पेट में दिया एक फुट का पाइप
इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कैदी का इलाज मेडिकल बोर्ड की टीम ने शुरू किया और उसका एक्सरे कराया गया. रिपोर्ट में दिखा कि कैदी के पेट में एक फुट का पाइप है. जिसे बिना ऑपरेशन किए नहीं निकाला जा सकता. हालत गंभीर देखते हुए मरीज को पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है. इधर, इस बात का पता अभी नहीं चला है कि कैदी ने ऐसा कदम क्यों उठाया. कड़ी सुरक्षा के बीच जेल की एंबुलेंस से कैदी को सदर अस्पताल लाया गया था.
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क्या कहते हैं डॉक्टर
मेडिकल बोर्ड के सदस्य और कैदी का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ विमान केसरी का कहना है कि एक्सरे जांच रिपोर्ट में साफ नजर आया कि रीढ़ की हड्डी के पास एक लंबा पाइप के आकार जैसी चीज फंसी हुई. इसकी लंबाई तकरीबन एक फुट तक और मोटाई एक इंच से आसपास होने की संभावना है. डॉक्टर ने कहा कि कैदी ने खुद से पाइप को इंसर्ट करने की बात बतायी है. कैदी ने ऐसा क्यों किया, इसके बारे में उसने कुछ नहीं कहा है.
जेल में कैदी ने क्या किया?
डॉक्टर ने कहा कि सदर अस्पताल में इतना बड़ा ऑपरेशन करने के लिए तत्काल इंतजाम नहीं हो सकेगा, इसलिए चिकित्सकों की बोर्ड ने कैदी को बेहतर इलाज के लिए पीएचसीएच रेफर किया गया है. वहीं जेल के सूत्रों ने बताया कि बरौली थाना क्षेत्र का रहनेवाला विचाराधीन कैदी हत्या के प्रयास के एक मामले में चनावे मंडल कारा में बंद है. रविवार की रात को उसने अपने गुप्तांग में प्लास्टिक का पाइप डाल लिया. उसके बाद उसने पाइप को खुद से निकालने की कोशिश की. तब पाइप और भी अंदर की ओर चला गया. इसके बाद परेशानी बढ़ने लगी और उसने मंडल कारा के कर्मियों को इसकी सूचना दी.
PMCH रेफर किया गया
बताया कि सोमवार को पूरे दिन मंडल कारा में ही उसका इलाज हुआ. हालत नहीं सुधरने पर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल बोर्ड का गठन कर कैदी का इलाज शुरू कराया मेडिकल बोर्ड ने भी देर रात पीएमसीएच रेफर कर दिया.