गोपालगंज. जिले के धान क्रय केंद्र इस वर्ष खरीदारी कर फंस चुके हैं. चावल की आपूर्ति एसएफसी में करने के बाद भी लगभग पांच करोड़ का भुगतान दो माह से विभाग से अटका है. वहीं राइस मिलों में लगभग 15.81 करोड़ का चावल डंप है. राइस मिलों से अरवा चावल को लेने से एसएफसी ने इंकार कर दिया है. अब सहकारिता विभाग के प्रधान सचिव संतोष मल्ल के द्वारा पहल किये जाने के बाद विभाग की ओर से राइस मिलों में डंप चावल का सत्यापन डीएम के स्तर कर रिपोर्ट तलब किया गया है. डीएम मो मकसूद आलम की जांच में राइस मिलों में चावल मिला है. डीएम की रिपोर्ट के बाद विभाग की ओर से लेने वाले निर्णय पर क्रय केंद्रों की नजर लगी है. उधर, एसएफसी में जब तक चावल की आपूर्ति नहीं होगी, तब तक पेमेंट नहीं मिलेगा. नतीजा है कि राइस मिलों के पास डंप 15.81 करोड़ का चावल का पेमेंट नहीं मिला. उधर, एसफसी अबतक 6293 एमटी उसना व 5915 एमटी अरवा चावल की आपूर्ति ले चुका है. इसमें 10990 एमटी का पेमेंट कर चुका है. इसके बाद भी पांच करोड़ से अधिक की राशि पिछले दो माह से रुकी है. 20.81 करोड़ का भुगतान नहीं मिलने के कारण दी सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक से मिलने वाले क्रेडिट लिमिट का ब्याज बढ़ने की चिंता सता रही है. इसका असर है कि क्रय केंद्र गेहूं की खरीद में रुचि नहीं ले पा रहे. एसएफसी व सहकारिता विभाग के पेच में क्रय केंद्र उलझे हुए हैं. जिले में 64445 एमटी धान खरीद के लक्ष्य के सापेक्ष में 27279 मीट्रिक टन धान खरीदा. कुल चावल 18413 एमटी है. अरवा चावल – 9480 एमटी लक्ष्य को पूरा किया. जबकि उसना चावल लक्ष्य के पीछे रह गया. उसना में 9400 एमटी हुआ जबकि अरवा में लक्ष्य के अनुरूप 18413 एमटी में से 22% यानी 4060 एमटी अरवा चावल ही एसएफसी लेने को तैयार था. बाद में विभाग के पहल पर जब राज्य खाद्य निगम के प्रबंध निदेशक की ओर से आदेश आया, तो अब तक सहकारी राइस मिलों की ओर से एसएफसी को 5915 एमटी चावल की आपूर्ति की चुकी है. करवतही राइस मिल के चावल का नहीं हुआ सत्यापन कुचायकोट प्रखंड के करवतही में सहकारी राइस मिल के द्वारा तैयार किये चावल का सत्यापन करने में विभाग चूक गया. अब क्रय केंद्र के अध्यक्ष की ओर से अधिकारियों के पास अपील की जा रही कि चावल बर्बाद हो जायेगा. टेंशन में पूरा विभाग आ गया है.
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