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पांच रुपये के कुरकुरे खाने के विवाद में हुई थी सावन की हत्या, दोस्त ही निकला हत्यारोपित

नगर थाने की ऑफिसर कॉलोनी के पास चार अगस्त की रात हुई युवक की चाकू मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर खुलासा करने का दावा किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2024 10:04 PM

गोपालगंज. नगर थाने की ऑफिसर कॉलोनी के पास चार अगस्त की रात हुई युवक की चाकू मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार महज पांच रुपये के कुरकुरे खाने के विवाद में सावन कुमार नाम के युवक की चाकू मारकर हत्या की गयी. कातिल भी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का करीबी दोस्त कृतिमान कुमार निकला. पुलिस ने हत्या के कुछ ही घंटे के बाद आरोपित को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया और केस दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया. सदर एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने बताया कि सावन कुमार अपने फुफेरे भाई की बाइक से घटना की रात में हजियापुर मोड़ पर उतरा, उसके बाद घर नहीं जाकर कॉल आने पर अपने दोस्त के पास चला गया. कृतिमान ने पांच रुपये वाले कुरकुरे खरीदने के लिए 20 रुपये सावन को दिये, लेकिन सावन रास्ते में ही कुरकुरे खा गया और उसके पास जब पहुंचा, तो कुरकुरे खाने को लेकर विवाद हो गया. दोनों के बीच नोक-झोंक हुई, इसके बाद उसके अन्य दोस्तों ने बीच-बचाव कर विवाद को सुलझा दिया. कुछ देर बाद बात गाली-गलौज तक पहुंच गयी, इसके बाद सावन कुमार सोनी वहां से घर की तरफ बढ़ने लगा. कुछ दूर तक पहुंचा था कि आरोपित ने कॉल करके ऑफिसर कॉलोनी के पास बुलाया और सावन को पकड़कर चाकू से कई बार ताबड़तोड़ गोदकर मौत के घाट उतार दिया. वारदात के बाद खून से सने हुए चाकू को झाड़ी में फेंक दिया. आरोपित के काले रंग के शर्ट में खून का धब्बा लगा हुआ था, जिसे उसके घर पहुंचने पर धो दिया गया था, लेकिन पुलिस ने कपड़े को भी जब्त कर लिया. वैज्ञानिक और टेक्निकल जांच में हत्या का पर्याप्त साक्ष्य मिला. नगर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान, अपर थानाध्यक्ष मंटू कुमार रजक, पुलिस अधिकारी मंकेश्वर महतो, जयहिंद यादव, विकास कुमार, आशुतोष रंजन, आमिर हुसैन, सुधीर कुमार, राखी कुमारी, रंजन कुमार, अनिल कुमार व डीआइयू टीम ने सीसीटीवी के जरिये आरोपित की पहचान कर उसके घर नगर थाने के हजियापुर वार्ड संख्या आठ में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. सदर एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस टीम ने हत्याकांड के बाद बेहतर कार्य किया है, इसलिए पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा की जायेगी. बता दें कि चार अगस्त की रात हुई हत्या के बाद पांच अगस्त की सुबह में परिजनों ने एनएच-27 को जाम कर हंगामा किया था. पुलिस ने हत्या के बाद घटनास्थल से बरामद चाकू और अन्य साक्ष्यों की फॉरेंसिक टीम से जांच करायी. वैज्ञानिक तरीके से की गयी जांच में पुलिस को हत्या में पुख्ता सबूत मिले, जिसके बाद साक्ष्यों का संकलन कर पुलिस ने अनुसंधान तेज कर दिया है. परिजन आरोपित को नाबालिग बता रहे थे. पुलिस ने हत्याकांड की जांच शुरू की, तो आराेपित और मृतक सीसीटीवी फुटेज में आते-जाते हुए दिखा. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाया और आरोपित के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपित के चेहरे पर तनिक भी दोस्त की हत्या का शिकन नहीं था.

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