गैंगस्टरों के पास मिले घातक हथियारों से सुरक्षा एजेंसियां हुईं अलर्ट
एसटीएफ और बिहार पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों की बरामदगी होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गयी हैं.
गोपालगंज. एसटीएफ और बिहार पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों की बरामदगी होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गयी हैं. गैंगस्टरों के पास हाल के दिनों में एके-47, कार्बाइन, विदेशी पिस्टल और ऑटोमेटिक राइफल मिलने के बाद लोग सवाल उठाने लगे हैं कि क्या फिर से एके-47 वाला राज लौट रहा है? गोपालगंज के पुराने रिकॉर्ड को देखें तो यहां यूपी-बिहार का गैंगस्टर मुन्ना मिश्रा, गोपालगंज और सीवान का गैंगस्टर अबरैन मियां और बिहार के मोस्ट वांटेड रहे सतीश पांडेय के पास से एके-47 बरामद किया जा चुका है. हाल ही में नगर थाने की पुलिस ने अप्रैल महीने में हथियार सप्लायर के पास से कार्बाइन, विदेशी पिस्टल, ऑटोमेटिक राइफल बरामद किया था. इसके पहले 2021 में भी मीरगंज पुलिस ने सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विशुनपुर के दिलीप शर्मा को कार्बाइन के साथ गिरफ्तार किया था. इधर, बीते गुरुवार को मुजफ्फरपुर में मिले एके-47 में भी गोपालगंज के हथियार सप्लायर का नाम सामने आया, जो नागालैंड में बैठकर एके-47 जैसे हथियारों की बिहार में डील करता था और गैंगस्टरों तक सात लाख से लेकर 10 लाख रुपये में सप्लाइ करता था. बिहार एसटीएफ गोपालगंज के अहमद अंसारी के ठिकाने पर छापेमारी कर रही है. सुरक्षा कारणों से अहमद अंसारी के ठिकानों का पता एसटीएफ और पुलिस ने सार्वजनिक करने से इंकार कर दिया है. मुजफ्फरपुर, गोपालगंज पुलिस और बिहार एसटीएफ अहमद अंसारी के ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है. अहमद अंसारी नागालैंड में रहकर गैराज चलाने का धंधा करता था और वहीं से एके-47 की सप्लाइ शुरू की.
केस-1 :
कटेया थाना क्षेत्र के निवासी गैंगस्टर मुन्ना मिश्रा को साल 2021 में बिहार एसटीएफ ने यूपी के देवरिया जिला से एके-47 के साथ गिरफ्तार किया था. मुन्ना मिश्रा पर 50 हजार रुपये का इनाम था. फिलहाल मुन्ना मिश्रा सेंट्रल जेल भागलपुर में बंद है. तत्कालीन एसपी आनंद सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई हुई थी.केस-2 :
मांझा थाना क्षेत्र में बिहार एसटीएफ के मुठभेड़ में गैंगस्टर अबरैन मियां जख्मी होने के बाद भाग निकला था, लेकिन उसका एके-47 और 50 कारतूस को एसटीएफ ने बरामद कर लिया था. गैंगस्टर अबरैन मियां फिलहाल कहां है, जानकारी नहीं है. तत्कालीन एसपी नताशा गुड़िया ने 2016 में कार्रवाई की थी.केस-3 :
बिहार के मोस्टवांटेड रहे सतीश पांडेय ने 2010 में एके-47 के साथ समाहरणालय में सरेंडर किया था. तत्कालीन एसपी और वर्तमान में गृह विभाग के विशेष सचिव केएस अनुपम हैं, उनके कार्यकाल में सतीश पांडेय ने सरेंडर किया था. उस वक्त पहला एके-47 बरामद होने के जिला सुर्खियों में आया था. वहीं इस संबंध में मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार मिश्रा ने बताया कि मुजफ्फरपुर पुलिस ने एके-47, मोबाइल, पांच कारतूस के साथ तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. मुजफ्फरपुर पुलिस से इनपुट मिला है कि इसमें अहमद अंसारी नाम के हथियार सप्लायर का नाम आया है, जो गोपालगंज का रहनेवाला है और नागालैंड में गैरेज संचालक है. गोपालगंज पुलिस अहमद अंसारी से जुड़े सभी तथ्यों पर जांच कर कार्रवाई कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है