गोपालगंज. मौसम अब जानलेवा बन गया है. हीट वेव के इस मौसम में खान-पान और जीवनशैली में लापरवाही लोगों को बीमार बना रहा है. पिछले 24 घंटे में जिलेभर के अलग-अलग इलाकों में हीट वेव, हार्ट अटैक, पेट दर्द और फूड प्वाइजनिंग से सात लोगों की मौत हो गयी है. इनमें युवा, बुजुर्ग, महिलाएं शामिल हैं. वहीं, 30 से ज्यादा मरीजों को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती हुए ज्यादातर मरीजों में ऑक्सीजन लेवल गिरने, पेट दर्द होने, धड़कन बढ़ने और दम फूलने के साथ ही कय-दस्त होने की शिकायतें आ रहीं थीं. इमरजेंसी वार्ड के चिकित्सक डॉ अवनिश कुमार ने बताया कि इस मौसम में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इलाज के साथ ही उन्हें बचाव के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. बच्चे और बुजुर्गों के साथ-साथ सांस के मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतनी है. वहीं, जिन मरीजों की मौत हुई, उनमें बरौली प्रखंड के माधोपुर थाने के ओलीपुर निवासी दशरथ साह के पुत्र श्याम कुमार साह को पेट दर्द की शिकायत थी, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. वहीं, थावे थाना क्षेत्र के धतिवना गांव निवासी रमाकांत सिंह के पुत्र जितेंद्र सिंह को भी सांस लेने में तकलीफ थी, इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गयी. मांझा के मुख्तल मियां की पत्नी सीमा खातून की भी यही समस्या थी. हजियापुर के सुरेंद्र की पत्नी दुर्गावती देवी को दम फूलने पर भर्ती कराया गया. वहीं प्यारेपुर बरौली के सीताराम पाठक के पुत्र शिवनाथ पाठक बुजुर्ग थे, सांस लेने में तकलीफ थी, इस वजह से उनकी मौत हो गयी. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद और अस्पताल प्रबंधक जान महम्मद ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या पहले से बढ़ी है. मौसम को देखते हुए पर्याप्त दवाएं उपलब्ध करा दी गयी हैं. जिन लोगों की मौत हुई, उनके अलग-अलग कारण थे. पोस्टमार्टम किसी के परिजनों ने नहीं कराया. वहीं दूसरी ओर सदर अस्पताल में दो मरीज ऐसे थे, जो इलाज से पहले ही दम तोड़ दिया. इनमें सदर प्रखंड के जादोपुर इलाके की एक युवती और थावे थाना क्षेत्र का एक मरीज शामिल था. दोनों मरीजों की मौत होने के बाद उनके परिजन अस्पताल पंजी में बिना दर्ज कराये ही शवों को अपने वाहन से लेकर चले गये.
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