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सिधवलिया पुलिस ने युवक को पीटा, बचाने आयी महिला की पिटाई से मौत का आरोप लगा सड़क जाम व हंगामा

गोपालगंज जिले के सिधवलिया में गंडक नहर में काम कर लौट रहे युवक को रोक कर स्थानीय पुलिस द्वारा पीटा जाने लगा, जिसे बचाने पहुंची उसकी मौसी को भी पिटने से मौत हो जाने का आरोप लगाया उग्र लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया. हालांकि एसपी ने कहा कि महिला की हार्ट अटैक से मौत हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 30, 2024 10:31 PM

सिधवलिया (गोपालगंज). गंडक नहर में काम करने वाले युवक को रोक कर सिधविलया पुलिस द्वारा पीटा जाने लगा. उसे बचाने पहुंची उसकी मौसी को भी पिटने से मौत हो जाने का आरोप लगाया गया है. मृत महिला जलालपुर खुर्द गांव के उमेश प्रसाद की पत्नी उर्मिला देवी थी. महिला की मौत की खबर पर इलाके के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. उग्र लोगों ने शव को लेकर पहुंचे चौकीदारों को बंधक बना लिया. पुलिस पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गये. सुबह से 11:30 बजे तक पुलिस का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. बाद में सिधवलिया एसडीपीओ अभय कुमार रंजन, सिधवलिया, महम्मदपुर, बराैली पुलिस के साथ बज्रवाहन के साथ जलालपुर खुर्द गांव में पहुंचे. यह देख लोग नारेबाजी करते हुए शव समेत एबुलेंस को ले जाकर सिधवलिया-विशुनपुरा मार्ग को जाम कर दिया. थानेदार हरेराम, दारोगा चंदन कुमार व चौकीदार उमेश कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गये. स्थिति विस्फोटक होते देख डीएसपी शैलेश कुमार मिश्र, पूजा प्रसाद समेत चार अतिरिक्त डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये. उसके बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं हुए. बाद में राजद विधायक प्रेम शंकर प्रसाद व पूर्व विधायक जदयू नेता मंजीत कुमार सिंह पहुंचे. ग्रामीणों को घंटों मान-मनौव्वल के बाद पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया गया. पीड़ित परिवार की लिखित तहरीर थाने को दी गयी. वे कांड पंजीकृत कर मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच कर दोषी पर कार्रवाई करेंगे. इसके बाद दो बजे लोग शांत हुए. इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया. इधर, ग्रामीणों ने कहा कि शुक्रवार की रात 10 बजे माधोपुर थाना क्षेत्र के नेउरी गांव के राजवंशी प्रसाद का पुत्र मंटू कुमार (25 वर्ष) गंडक नहर में काम कर अपनी माैसी के घर जलालपुर खुर्द गांव में उमेश प्रसाद के घर जा रहा था. इसी क्रम में बखरौर व जालालपुर खुर्द गांव के बीच में पुलिस की गश्ती गाड़ी में थानेदार हरेराम, दारोगा चंदन कुमार, उमेश यादव ने उसे रोक लिया. पीड़ित ने कहा कि पुलिस वाले रोक कर पीटने लगे. इसके बाद फोन पर अपनी मौसी को बुलाया. मौसी ने पीटने का कारण पूछा, तो गाली-गलौज करते हुए उसे पीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. इसके बाद उमेश प्रसाद ग्रामीणों के साथ पहुंच गये. पुलिस ने 4:30 बजे महिला को लेकर गोपालगंज चली गयी, जहां पोस्टमार्टम कराने के बाद एबुलेंस से चौकीदार लालबाबू व राजू के साथ सुबह 9:30 बजे उसके दरवाजे पर भेज दिया. इसे देख उग्र ग्रामीणों ने शव को उतारने से रोक दिया व उन्हें बंधक बना लिया. वहीं, पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने बताया कि महिला के शरीर पर कहीं चोट का निशान नहीं है. कुछ लोगों द्वारा झूठा आरोप लगाया गया है. बिजली के तार चोरी करने के दौरान युवक को पुलिस ने रोका. महिला घटना स्थल पर आयी. रात के 12 बजे घटनास्थल पर महिला क्या करने गयी थी, जांच का विषय है. पुलिस का इस महिला से किसी तरह का कोई संपर्क ही नहीं हुआ. डॉक्टर ने बिसरा जांच के लिए रखा है. रिपोर्ट आने पर मौत का कारण पता चलेगा. संभवत: हार्ट अटैक से मौत हुई है. इस पर विस्तृत जांच एसडीपीओ को करने का आदेश दिया गया है. जांच के बाद साफ होगा कि घटना क्या है. पुलिस के अधिकारी अपने स्तर से जांच कर रहे हैं.

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