कई राज्यों के निजी हॉस्टल संचालक ने 14 के बाद हॉस्टल खाली करने का दिया निर्देश

पटना : लॉकडाउन के कारण देश के अन्य राज्यों में स्टूडेंट्स भी फंसे हुये हैं. राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के हॉस्टलों, विभिन्न निजी हॉस्टलों और पीजी में रहने वाले स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. कर्नाटक, भुवनेश्वर, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, बंगाल, बेंगलुरु के साथ अन्य राज्यों के केवल सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में ही स्टूडेंट्स के […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2020 12:16 AM

पटना : लॉकडाउन के कारण देश के अन्य राज्यों में स्टूडेंट्स भी फंसे हुये हैं. राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के हॉस्टलों, विभिन्न निजी हॉस्टलों और पीजी में रहने वाले स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. कर्नाटक, भुवनेश्वर, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, बंगाल, बेंगलुरु के साथ अन्य राज्यों के केवल सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में ही स्टूडेंट्स के रहने और खाने का इंतजाम संबंधित संस्थान के प्रबंधन ने किया है. वहीं, इन सभी राज्यों के कई प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में रह कर पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के सामने संकट पैदा हो गया है. शिक्षण संस्थानें बंद हैं. हॉस्टल के मेस भी बंद कर दिये गये हैं. वहीं, पीजी में रह रहे स्टूडेंट्स के सामने सबसे ज्यादा चुनौती खड़ी हो गयी है. निजी हॉस्टलों और पीजी में रहने वाले स्टूडेंट्स के सामने भोजन के साथ दैनिक उपयोग की वस्तुओं का संकट खड़ा होता जा रहा है. टिफिन सर्विस बंद है. स्टूडेंट्स जैसे-तैसे अपना गुजर-बसर कर रहे हैं.

14 अप्रैल के बाद कई निजी हॉस्टल के संचालकों ने स्टूडेंट्स को हॉस्टल खाली करने का निर्देश दे दिया है. इस स्थिति में स्टूडेंट्स के सामने मुसीबतें और बढ़ गयी हैं. परिवहन के सारे संसाधन बंद होने से स्टूडेंट्स अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. लॉकडाउन के पहले कई राज्यों के निजी हॉस्टल संचालन ने हॉस्टल खाली नहीं कराये और अब निजी हॉस्टल स्टूडेंट्स को खाना तक नहीं दे रहे हैं. इस वजह से स्टूडेंट्स फंसकर रह गये हैं. सरकारी शिक्षण संस्थान भी हॉस्टल बंद कर दिये थे, लेकिन अभी भी कुछ स्टूडेंट्स फंसे हुये हैं. कोटा के पीजी में रहने वाले स्टूडेंट्स ने कहा कि मेस बंद हो गयी है. खाना तक नहीं मिल पा रहा है. कोटा में निजी कोचिंग संचालक हॉस्टल खाली करने का दे दिया निर्देश मधुबनी के राजकुमार ने प्रभात खबर को पत्र लिख कर कहा कि बिहार के बाहर विभिन्न राज्यों में स्टूडेंट्स रह कर पढ़ाई करते हैं. खास कर राजस्थान के कोटा में काफी संख्या में स्टूडेंट्स रहते हैं. इन स्टूडेंट्स को हॉस्टल संचालक सही से खाना तक नहीं दे रहा है.

खाना के साथ-साथ चाय और नाश्ता तक बंद कर दिया गया है. बिहार सरकार और केंद्र सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. कई हॉस्टल संचालक 14 अप्रैल के बाद हॉस्टल खाली करने का निर्देश दे दिया है. हॉस्टल संचालक स्टूडेंट्स पर काफी दबाव बना रहा है. इस कारण स्टूडेंट्स परेशानी हैं. बिहार सरकार स्टूडेंट्स को मदद करे और संबंधित राज्य सरकार से मदद मांग कर स्टूडेंट्स को सुविधा मुहैया कराये. विभिन्न राज्यों में फंसे हुये हैं स्टूडेंट्स गुड्डू कुमार (9354782611)दिल्ली में 25 से 30 स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं. निखिल कुमार (मोबाइल नंबर: 8377993250) दिल्ली में फंसे हुए हैं. मो आदिल आलम (8966860411) गया के रहने वाले हैं. ओरिएंटल कॉलेज भोपाल में रह मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. हॉस्टल, लॉज बंद हो गये हैं. पास में पैसा नहीं है. खाने में परेशानी हो रही है.नदीम अनवर (9708910396) चंपारण के रहने वाले हैं. भुवनेश्वर में रह कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. काफी मुश्किल से खाना-पीना हो पा रहा है. किसी तरह अपने घर पहुंचने के लिए मदद मांग रहे हैं. किशन कुमार (मोबाइल नंबर 8340406554) रक्सौल के हैं.

तमिलनाडु में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं. 20 मार्च से ही खाना-पीना बंद कर दिया गया था. कॉलेज के हॉस्टल से निकाल दिया गया है. घर जाने के लिए कोई साधन नहीं है. खाने और रहने तक के पैसे नहीं है. सरकार इस संबंध में एक्शन ले. निमोइया गांव के 500 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं गुड़गांव में मोतिहारी के घोड़ासहन थाना के निमोइया गांव के 500 से ज्यादा लोग गुड़गांव में फंसे हुए हैं. 9312066855 से मैसेज करने वाले प्रमोद साह कहते हैं कि सभी लोग बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. राशन-पानी तक नहीं मिल रहा है. किसी तरह से घर पहुंचाने के लिए मदद मांग रहे हैं. प्रमोद का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से हालात ज्यादा खराब हो गये हैं. अब मदद के लिए भी कोई आगे नहीं आ रहा है. भूखे सोना पड़ रहा है. बिक्रमगंज के 40 से अधिक लोग फंसे हुए हैं कर्नाटक में शहाबुद्दीन अंसारी (9430227539) कर्नाटक में फंसे हुए हैं.

रोहतास जिले के बिक्रमगंज अनुमंडल से जुड़े विभिन्न गांवों के लगभग 40 से अधिक लोग कर्नाटक के कोलार जिला अंतर्गत नरसापुर इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में एक ही जगह फंसे हुये हैं. हमारे पास खाने के लिए कोई सामग्री भी नहीं है. दवा जैसी जरूरी चीजें भी खरीदने के लिए पैसे समाप्त हो गये हैं. हम में से कई बीमार हैं. स्थानीय प्रशासन के द्वारा किसी तरह को इंतजाम नहीं है. मैंने स्वयं आपदा प्रबंधन बिहार के नंबर पर कई बार संपर्क किया, लेकिन नंबर पर बात नहीं हो सका. सभी अत्यंत ही दुखद स्थिति में हैं. हम सभी के दृढ़ इच्छाशक्ति का संकल्प डगमगाने लगा है.इम्तियाज (मोबाइल नंबर: 9722936263) भागलपुर के हैं. नयी दिल्ली में फंसे हुए हैं. जितेंद्र तिवारी (मोबाइल नंबर: 6207810660) रोहतास के हैं. तेलंगना में इनके साथ परिवार व अन्य दोस्त फंसे हुए हैं. नकुल कुमार (मोबाइल नंबर : 7766056698) गया के रहने वाले हैं. इनके साथ रेवाड़ी में 10 से अधिक लोग फंसे हुए हैं.सुदीप कुमार (मोबाइल नंबर 8171840117) पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं.

इनके साथ कई लोग उतराखंड में फंसे हुए हैं. संतोष कुमार गिरी (मोबाइल नंबर: 8529379301) सीवान के रहने वाले हैं. अभी महाराष्ट्र में फंसे हुए हैं. भगवान कुमार (मोबाइल नंबर: 6379704697) पूर्वी चंपारण के हैं. त्रिपुरा में 20 लोग से अधिक बिहार के विभिन्न जिलों के लोग फंसे हुए हैं. बिपीन कुमार (मोबाइल नंबर: 8409818258) नवादा के हैं. अभी दिल्ली में फंसे हुए हैं. इन्होंने कहा कि काफी लोग फंसे हुए हैं. दिल्ली सरकार द्वारा केवल खिचड़ी खाने को मिल रहा है. खिचड़ी खाने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है. बहुत मुश्किल दौर में हूं. सीताराम (मोबाइल नंबर: 9088520656) नवादा के हैं. कोलकाता में फंसे हुए हैं. खाने तक के पैसे इनके पास नहीं है. सुनील कुमार (मोबाइल नंबर: 7903492330) मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं. अभी गुजरात में फंसे हुए हैं. 10 दिनों से खाना तक नसीब नहीं हुआ है. घनश्याम कुमार दास (मोबाइल नंबर: 8757127300) बांका के हैं. अभी तमिलनाडु में फंसे हुए हैं.नीरज कुमार (मोबाइल नंबर: 7255806366) सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. चेन्नई में इनके साथ विभिन्न जिले के 20 से अधिक लोग फंसे हुए हैं. कौशलेंद्र कुमार (मोबाइल नंबर: 8278515255) गया जिले हैं. इनके साथ काफी लोग हरियाणा में फंसे हुए हैं. दुर्गादत्त मिश्रा (मोबाइल नंबर: 8002650234) गोपालगंज के हैं. कर्नाटक में फंसे हुए हैं. अनिल कुमार झा (7061089281) पूर्वी चंपारण, लुधियाना में फंसे हुए हैं. अजीत कुमार (8809132407) रोहतास, हैदराबाद मल्लापुर में फंसे हुए हैं.

दिहाड़ी का काम कर रहे थे. 13 लोग फंसे हुए हैं. संतोष कुमार (7065763990) गया जिले के रहने वाले हैं. इनके साथ चेन्नई में 40 लोग फंसे हुए हैं. राकेश कुमार (9116610594) बिहार के विभिन्न जिले के नौ लोग जयपुर के झोटवाड़ा सर्किल पर फंसे हुये हैं. लॉकडाउन के बाद सारा पैसा समाप्त हो गया है. राशन नहीं है. तीन दिनों से भूखे हैं. कंपनी से भी कोई मदद नहीं मिल रहा है. गौरव कुमार (मोबाइल नंबर 9326618791) के साथ मधेपुरा के हैं. इनके साथ कई लोग महाराष्ट्र में फंसे हुए हैं. इन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर मदद की गुहार लगायी है. बैजू साह (मोबाइल नंबर 9122587885) सीतामढ़ी जिले के हैं. लुधियाना में फंसे हुए हैं. चंदन पासवान( मोबाइल नंबर 8828262989) जमुई जिले के हैं. मुंबई में फंसे हुए हैं. इनके साथ 40 से अधिक लोग बिहार के विभिन्न जिले के हैं.

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