मांगे पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहेंगे शिक्षक
गोपालगंज : नियोजित शिक्षक न किसी कार्रवाई से डरने वाले हैं और न किसी के बहकावे में आने वाले. वे समान काम, समान वेतन व राज्यकर्मी का दर्जा पाने समेत अन्य मांगों की पूर्ति तक हड़ताल पर डटे रहेंगे. ये बातें शिक्षक नेता रतिकांत साह ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही. उन्होंने कहा […]
गोपालगंज : नियोजित शिक्षक न किसी कार्रवाई से डरने वाले हैं और न किसी के बहकावे में आने वाले. वे समान काम, समान वेतन व राज्यकर्मी का दर्जा पाने समेत अन्य मांगों की पूर्ति तक हड़ताल पर डटे रहेंगे. ये बातें शिक्षक नेता रतिकांत साह ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही. उन्होंने कहा कि बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर नियोजित शिक्षकों की हड़ताल 46वें दिन भी जारी रही. बिहार सरकार की शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीति, तानाशाही रवैया के खिलाफ व मांगों की पूर्ति के लिए नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने नियोजित शिक्षकों के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए दमनात्मक कार्रवाई, निलंबन, प्राथमिकी, वेतन बाधित करने सहित दमन कर देख लिया.
लेकिन, शिक्षक अपनी मांगों से नहीं डिगे. आंदोलन दिनोंदिन मंजिल की ओर बढ़ता जा रहा है. ऐसी स्थिति में शिक्षक अपना धैर्य बनाये रख अपनी एकता के साथ मांगों के पूरा होने तक हड़ताल पर डटे रहेंगे. सरकार को शिक्षकों की सभी मांगें माननी पड़ेंगी. शिक्षक नेता ने कहा कि अपनी माली हालत हालत खराब होने के बावजूद हड़ताली शिक्षक मानवता के आधार पर कोरोना महामारी में सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.
लोगों को जागरूक करने के साथ वे भुखमरी के शिकार गरीबों व मजदूरों की तलाश कर खाना खिला रहे हैं. कुमार सिंह, राघवेंद्र मिश्र, अतुल चौबे, अमृतेश तिवारी, विरेंद्र सहनी, कमलेश कुमार, राजीव रंजन, नीरज राय, रोशन कुमार, आनंद कुमार, सैयद इमाम, जय कुमार, मंजू कुमारी, रमिता कुमारी, पुष्पा कुमारी, सुनीता कुमारी सहित कई शिक्षक जुटे हैं.