44 डिग्री पर पहुंचा पारा, लू की चपेट में आ रहे हैं लोग
पछुआ हवाओं के बीच सूर्यदेव आग उगल रहे हैं. चैत के महीने में पारा 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है.
गोपालगंज. पछुआ हवाओं के बीच सूर्यदेव आग उगल रहे हैं. चैत के महीने में पारा 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है. अरब सागर से आ रही पछुआ हवा के कारण लू की चपेट में गोपालगंज समेत पूरा उत्तर बिहार आ गया है. हवा का मिजाज गर्म होते जा रहा है. इससे दिन में लू चल रही है. दोपहर में शहरवासियों ने लू के थपेड़े महसूस किये. सुबह सात बजे से ही सूर्यदेव का मिजाज तल्ख होने लगा. 10 बजते ही पछुआ हवा 33.5 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने लगी. हीट-स्ट्रोक और सन-स्ट्रोक की चपेट में लोग आने लगे. दोपहर तक शहर की सड़कें खाली हो गयीं. बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले. पंखा व कूलर तक ने काम करना बंद कर दिया था. शाम पांच बजे के बाद लोग घरों से बाहर निकले. लेकिन धूप से बचाव के हर कोशिश करके ही निकले. हाइवे पर भी सन्नाटा दिख रहा था. शाम को शहर से बाजार तक में ग्राहकों की भीड़ दिखी. मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय का कहना है कि अब गर्मी बढ़ती रहेगी. अधिकतम तापमान जब 45 डिग्री पर पहुंचेगा. अभी पूरे सप्ताह भर गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. संडे को अधिकतम पारा 44.2 डिग्री, तो रात का पारा 29.5 डिग्री दर्ज किया गया. रात में भी गर्मी के तेवर ढीले नहीं हो पा रहे. राजस्थान के थार मरुस्थल से आने वाली हवाएं गर्म हैं. इससे गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है. वहीं दूसरी ओर, कई बचाव और प्रयासों के बाद भी यदि आप लू की चपेट में आ जाते हैं, तो इस स्थिति में आपका शरीर इसके बुरे प्रभावों से लड़ने में सक्षम होता है. क्योंकि जो लोग सही डायट लेते हैं और लू लगने के कारणों से पूरी तरह बचने का प्रयास करते हैं. उनका शरीर आंतरिक रूप से काफी मजबूत होता जाता है.