भाइयों ने की थी बहन की हत्या, उसके प्रेमी को मरा समझकर फेंक दिया था मक्के के खेत में
विजयीपुर में अपने सगे भाइयों ने बहन व उसके प्रेमी का आम के बगीचे में चाकू से गला काट दिया. इसमें बहन की मौत हो गयी. वहीं प्रेमी गाेरखपुर के अस्पताल में मौत से जूझ रहा है.
हथुआ/विजयीपुर. विजयीपुर में अपने सगे भाइयों ने बहन व उसके प्रेमी का आम के बगीचे में चाकू से गला काट दिया. इसमें बहन की मौत हो गयी. वहीं प्रेमी गाेरखपुर के अस्पताल में मौत से जूझ रहा है. पुलिस ने इस मामले में चाकू के साथ दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया. शुक्रवार को हथुआ एसडीपीओ आनंद कुमार गुप्ता ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि विजयीपुर थाना क्षेत्र के बिलरुआ गांव के विपिन कुमार यादव तथा आदर्श यादव को उसके ही बहन की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. परिजन पूरी प्लानिंग के तहत बहन अर्चना कुमारी व उसके आशिक नीतेश कुमार की हत्या के लिए चाकू से गला काट कर भाग निकले थे. अर्चना की मौत मौके पर ही हो गयी थी. वहीं प्रेमी को गंभीर हालत में गोरखपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. सघन इलाज के बाद उसने पुलिस को हत्या से पर्दा उठाया. उसके बताने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की तो हत्या में प्रयुक्त चाकू भी जब्त कर लिया. अर्चना व नीतेश का प्यार पिछले दो वर्षों से चल रहा था. दोनों जल्दी ही शादी की तैयारी में थे. इसकी जानकारी मिलने पर प्लानिंग के तहत नीतेश को बुलाकर 13 मई की रात्रि को अर्चना कुमारी व उसकी गर्दन काट दी थी तथा उसके पेट में चाकू से प्रहार किया गया था. नीतेश को मरा समझ कर उसी के दरवाजे के सामने मक्के के खेत में फेंक दिया गया था. घटना के दिन ही अर्चना के शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया. घायल प्रेमी नीतेश यादव को बेहतर चिकित्सा के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया था. अस्पताल में घायल बोलने में असमर्थ था, क्योंकि उसकी भी गर्दन काट दी गयी थी. उसके फर्द बयान पर मृतका के भाइयों को पुलिस में गिरफ्तार कर लिया. 13 मई की रात जब प्रेमिका की हत्या और प्रेमी को जख्मी हालात में पुलिस ने बरामद किया था. उसी रात प्रेमिका के दोनों भाइयों को पुलिस ने शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस को घटना के दिन मृतका के घर से उसके भाई का गीला कपड़ा एवं हैंडग्लब्स भी मिला था. इतना ही नहीं, पुलिस द्वारा जब उसकी बहन की हत्या के बारे में घटना की जानकारी ली जा रही थी, तो दोनों भाइयों का बार-बार बयान बदल रहा था. घटना के उद्भेदन के लिए हथुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी थी. इसमें मीरगंज इंस्पेक्टर संतोष कुमार, तकनीकी शाखा के प्रभारी सुजीत कुमार, विजयीपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार, सब इंस्पेक्टर विमलेश कुमार, बबन कुमार आदि शामिल थे, जहां पुलिस ने इस मामले का उद्भेदन करते हुए मृतका के भाइयों को साक्ष्य के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान आरोपितों ने हत्या के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की.
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