36 चालक आये थे कंबाइन चलाने, पहुंच गये क्वारेंटिन सेंटर
गोपालगंज : गेहूं की कटनी को लेकर किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. किसानों की उम्मीद थी कि कंबाइन से वे तेजी से कटनी करा लेगें, लेकिन फिलहाल कुछ दिन के लिये इस पर भी जांच की धार लटक गयी है. जिले में गेहूं की कटनी कंबाइन और मजदूरों द्वारा किसान कराते हैं. जिले […]
गोपालगंज : गेहूं की कटनी को लेकर किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. किसानों की उम्मीद थी कि कंबाइन से वे तेजी से कटनी करा लेगें, लेकिन फिलहाल कुछ दिन के लिये इस पर भी जांच की धार लटक गयी है. जिले में गेहूं की कटनी कंबाइन और मजदूरों द्वारा किसान कराते हैं. जिले में दो दर्जन से अधिक कंबाइन तो है, लेकिन यहां ट्रेंड चालक नहीं हैं. कंबाइन चलाने के लिये कंबाइन मालिक चालक पंजाब व हरियाण से बुलवाते हैं. परमिशन पास मिलने के बाद कंबाइन चलाने के लिये 36 चालक पंजाब व हरियाणा से जिला में पहुंचे, लेकिन कंबाइन चलाने के पहले वे क्वारेंटिन सेंटर में पहुंच गये हैं.
प्रशासन द्वारा इनका सैंपल जांच के लिये भेजा गया है. रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने के बाद ही काम कर पायेंगे हालांकि अपना हेल्थ जांच कराकर ही ये अपने राज्य से चले हैं. फिर भी जिला प्रशासन द्वारा उठाया गया कदम जिला हित में ही है. वहीं कटनी करने वाले 35 फीसदी मजदूर परदेश से अपने घर नहीं लौटे हैं. इधर प्रशासन द्वारा कहा है कि रिपोर्ट आते ही चालक छोड़ दिये जायेंगे, लेकिन फिलहाल गेहूं की कटनी पर कोरोना के इस संकट से किसान मुश्किल में जरूर हैं.
एक नजर गेहूं की खेती पर- 97 हजार हेक्टेयर गेहूं की खेती का था लक्ष्य- 86.7 हजार हेक्टेयर में किसानों ने की है गेहूं की खेती- गेहूं कटनी के लिये है जिले में दो दर्जन कंबाइन- लगभग 50 हजार हेक्टेयर खेत में कंबाइन से होती है कटनी- 38 से 40 हजार हेक्टेयर कटनी मजदूरों द्वारा- कंबाइन चलाने के लिये पंजाब व हरियाणा से जिले में 36 चालक- कटनी करने वाले जिले 35 फीसदी परदेश से नहीं लौट सके हैं घरक्या कहते हैं अधिकारीपंजाब और हरियाणा से आये चालकों को बीमारी की सुरक्षा के कारण क्वारेंटिन किया गया है और इनका सैंपल जांच के लिये भेजा गया है. चालकों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आते ही छोड़ दिया जायेगा और ये अपने निर्धारित कार्य में लग जायेंगे.
अनिल कुमार रमण, एसडीओ, हथुआ