गोपालगंज. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रदेश सचिव अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया की गोली मारकर हुई हत्या के मामले में पांच महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. हत्याकांड के मुख्य नामजद अभियुक्त व चौराव पंचायत के मुखिया परवेज आलम उर्फ छोटे मुखिया समेत तीन अभियुक्त अब भी फरार हैं. पीड़ित परिवार ने आराेपितों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन करने के लिए पुलिस को अल्टीमेटम दिया है. गुरुवार को मृतक के पुत्र व एआइएमआएम के नेता अनस सलाम ने प्रेसवार्ता की. अनस सलाम ने कहा कि हत्या के पांच महीने बीत जाने के बाद भी एसआइटी फरार अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर सकी. चौराव पंचायत के मुखिया परवेज आलम उर्फ छोटे मुखिया, इसका भाई महताब आलम उर्फ लाल बाबू और आरिफ उर्फ सोना फरार है. पुलिस को कुर्की के लिए भी आदेश मिला, लेकिन कुर्की की कार्रवाई समय रहते नहीं की गयी. पीड़ित परिवार ने 22 जुलाई को विशाल धरना देने और आंदोलन की शुरुआत करने की बात कही है. नगर थाना क्षेत्र के तुरकहा में बीते 12 फरवरी 2024 की शाम बाइक सवार अपराधियों ने एआइएमआइएम के प्रदेश सचिव अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. तकिया याकूब निवासी मृतक के बेटे अनस सलाम के बयान पर सात नामजद और अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. अब भी तीन नामजद अभियुक्त फरार हैं. वहीं सात अभियुक्तों को पुलिस जेल भेज चुकी है. इनमें नगर थाना क्षेत्र के तकिया याकूब गांव के रहनेवाले फिरोज आलम, मोहम्मद अद्द, मोहम्मद शकुर व हथियार सप्लायर मोहम्मद फैसल उर्फ तौफिक और लाइनर मीरगंज थाने के साहेबचक निवासी दीपक उपाध्याय व सद्दाम शामिल हैं. इनके अलावा एक लाख का इनामी शूटर मांझा थाने के साफापुर निवासी दीपक कुमार राम को पुलिस ने जेल भेजा है.
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