गोपालगंज : कोरोना का लॉकडाउन किसान खेतों में बिता रहे हैं. गर्मी से बेपरवाह किसान अपनी मेहनत की उपज को घर लाने के लिये बेचैन हैं और इसके लिये जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं. आंधी और बारिश की ब्रेक के बाद जिले में गेहूं की कटनी में तेजी आ गयी है. मौसम कब खराब हो जाये, इसको लेकर किसानों में संशय है. ऐसे में किसान ‘जितनी गेहूं की कटनी करो, उतनी दवनी कर लो’ का पैटर्न अपनायें हैं. किसानों का मानना है कि कटनी कर गेहूं का बोझा जमा करने के बाद यदि मौसम खराब होता है तो खेत में खड़े फसल की अपेक्षाकृत अधिक नुकसान और परेशानी होती है.
ऐसे में किसान काटे गये फसल की प्रतिदिन दौनी कर ले रहे हैं. इस वर्ष कृषि विभाग के 97 हजार हेक्टेयर लक्ष्य के एवज में जिले में 87 हजार हेक्टेयर गेहूं की खेती किसानों ने की है. अबतक किसान 35 हजार हेक्टेयर से अधिक गेहूं की कटनी और दौनी कर चुके हैं. फिलहाल मौसम भी किसानों को साथ दे रहा है, वहीं लॉकडाउन में वे भी लोग खेतों में जाकर कटनी और दौनी में सहयोग कर रहे हैं जो कभी खेत में ही नहीं जाते थे. एेसे में जिले में गेहूं की कटनी पूरी रफ्तार में है और किसानों ने उम्मीद जतायी है कि अधिकतम 10 दिन मौसम साथ दे दिया, तो कटनी व दौनी पूरी तरह से समाप्त हो जायेगी.क्या कहता है कृषि विभागमौसम भी ठीक है और कंबाइन भी चलने लगी है, जिससे गेहूं की कटनी में तेजी आयी है. अब तक 40 फीसदी से अधिक कटनी हो चुकी है. सब कुछ ठीक रहा, तो 10 दिन के अंदर ही कटनी समाप्त हा जायेगी और किसानो की मेहनत की उपज उनके घरों में होगी.
वेद नारायण सिंह, डीएओ, गोपालगंज