चेहलुम पर गूंजीं या हसन, या हुसैन की सदाएं
कर्बला की शहादत के चालीसवें दिन सोमवार को चेहलुम का मातमी जुलूस निकाला गया. जुलूस में शामिल युवाओं ने करतब दिखाएं. ताजिया भी निकाली गयी. मातम भी मनाया गया. इस दौरान सड़कों पर या हसन-या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं.
गोपालगंज. कर्बला की शहादत के चालीसवें दिन सोमवार को चेहलुम का मातमी जुलूस निकाला गया. जुलूस में शामिल युवाओं ने करतब दिखाएं. ताजिया भी निकाली गयी. मातम भी मनाया गया. इस दौरान सड़कों पर या हसन-या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं. कई मुहर्रम कमेटियों की ओर से इस दौरान झांकी भी निकाली गयी थी. इसके माध्यम से एकता का संदेश दिया गया था. खासकर मीरगंज शहर, कविलासपुर, बसडीला आदि जगहों से चेहलुम का जुलूस निकाला गया. इस दौरान प्रशासन के अधिकारी के अलावा पर्याप्त संख्या में पुलिस बल चौक-चौराहों पर तैनात दिखे. युवाओं ने दिखाये करतब : सदर प्रखंड परिसर स्थित कर्बला में मेले का भी आयोजन किया गया. चेहलुम को विभिन्न स्थानों से मातमी जुलूस निकाल हुसैन के जाननिशारों ने और आलम ए इस्लाम ने कर्बला की जंग हक व बातिल की लड़ाई को याद किया. युवकों ने अपने करतबों को दिखाया. चेहलुम का जुलूस शहर के विभिन्न रास्तों से होकर कर्बला तक गया. मीरगंज संवाददाता के अनुसार शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में चेहलुम मनाया गया. हथुआ मोड़ दक्खिन मुहल्ला मीर जमाल साहेब बाबा के मजार से थाना मोड़ व जयप्रकाश चौक से तेल डिपो तक प्रेम व भाईचारे के साथ ताजिये निकाले गये. ताजिये के जुलूस में दोनों समुदायों के लोगों ने बढ़-चढ़ हिस्सा लेकर प्रेम व एकता का संदेश दिया. शहर में विभिन्न मुहल्लों से एक से बढ़ कर एक ताजिया, बत्ती, झालर, लाठी, ताशा व तिरंगे से लैस जुलूस निकाला गया. इस दौरान युवकों द्वारा झांकियों के प्रदर्शन के साथ विभिन्न करतब भी दिखाये गये. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वरीय अधिकारियों की निगरानी में पुलिस व प्रशासन दिन भर मुस्तैद रहा. ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही थी. फुलवरिया संवाददाता के अनुसार बथुआ बाजार में चेहलुम जुलूस हिंदू-मुस्लिम एकता का उदाहरण बना. बथुआ बाजार स्थित इंसाफ मोड़ के पास मुहर्रम जुलूस का मिलान हुआ, जहां कई गांवों से पहुंचे चेहलुम जुलूस के साथ हिंदू भाई व मुस्लिम भाइयों से गले मिलकर चेहलुम की मुबारकबाद दी. इसी तरह चेहलुम शांति व सद्भाव के संग कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मनाया गया. इस अवसर पर विभिन्न अखाड़ा कमेटी की ओर से निकाले गये चेहलुम जुलूस में लोगों ने एक से बढ़कर एक करतब दिखाये. मातमी जुलूस में पारंपरिक रंग-बिरंगी लाठियों से नवयुवकों और बुजुर्गों ने डंडे भांज कर अद्भुत कला का प्रदर्शन किया. जुलूस में शामिल लोग हाथों में अलम लहराते हुए हजरत इमाम हसन-हुसैन की याद में या हसन या हुसैन या अली सहित अन्य नारे लगा रहे थे. चेहलुम जुलूस में लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा. लोग साउंड व ढोल ताशा पर लाठी भांजते हुए अपने कला का प्रदर्शन करते रहे. बाजार के चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे एवं ड्रोन से निगरानी हो रही थी. जबकि विधि व्यवस्था को लेकर सीओ बीरबल वरुण कुमार, बीडीओ पूजा कुमारी, थानाध्यक्ष कैप्टन शाहनवाज, अपर थानाध्यक्ष विक्रम कुमार, श्रीपुर थानाध्यक्ष पप्पू कुमार के अलावे समाजसेवी सोनू आलम, रिंकू आलम, अरमान आलम, पैक्स अध्यक्ष आफताब आलम तथा बीडीसी सदस्य अकबर अली सहित अन्य मुस्तैदी के साथ तैनात रहे.
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