गोपालगंज : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति गोपालगंज के आह्वान पर नियोजित शिक्षकों की हड़ताल शनिवार को 55 वें दिन भी जारी रही. इस दौरान शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. वहीं समस्याओं के समाधान की पहल भी की. शिक्षक नेता रतिकांत साह ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षकों की समस्याओं व मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है. इसी को लेकर जिले के हड़ताली शिक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्र के विधायक व एमएलसी को संदेश भेज कर सरकार से हड़तालियों की समस्याओं के समाधान के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. शिक्षकों ने कहा कि राज्य सरकार की शिक्षा व शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ व अपनी मांगों के समर्थन में सूबे के चार लाख प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षक पुस्तकालयाध्यक्ष 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. राज्य सरकार हड़ताली शिक्षकों की मांगों को पूरी करने की बजाय दमनात्मक कार्रवाई कर रही है. शिक्षकों को भय दिखाकर राज्य की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करना चाह रही है. राज्य सरकार निरंकुश दिख रही है. जबकि जनता के चुने प्रतिनिधि उक्त परिस्थिति को चुपचाप सुन व देख रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है. ऐसी स्थिति में माननीयों को चुप्पी तोड़कर हालात को सुधारना पड़ेगा. हड़ताली शिक्षक भी नहीं चाहते कि राज्य में गुरुओं का संग्राम और तेज हो. ऐसे में विधायकों व विधान पार्षदों को आगे आकर समस्याओं का समाधान करना जरूरी हो गया है. संदेश भेजने वालों में उनके अलावा अशोक कुमार तिवारी, जयनारायण सिंह, नीलमणि शाही, प्रकाश नारायण, जय कुमार, शिव कुमार द्विवेदी, रमिता कुमारी, सुनीता कुमारी, नीतू कुमारी, पुष्पा कुमारी,मंजू कुमारी सहित कई शिक्षक शामिल हैं.
समस्याओं के समाधान के लिए हड़ताली शिक्षकों ने भेजा संदेश
गोपालगंज : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति गोपालगंज के आह्वान पर नियोजित शिक्षकों की हड़ताल शनिवार को 55 वें दिन भी जारी रही. इस दौरान शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. वहीं समस्याओं के समाधान की पहल भी की. शिक्षक नेता रतिकांत साह ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षकों की समस्याओं […]
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