गोपालगंज. जमीन का सर्वे चल रहा है. लोग अपनी जमीन की सर्वे कराने के लिए पुख्ता प्रमाण तैयार कराने में जुटे हैं. लोगों को सही जानकारी नहीं होने से अराजकता जैसी स्थिति बनी हुई है. स्टांप के लिए मारामारी जैसी नौबत उत्पन्न हो रही है. विभाग की ओर से सर्वे के दौरान न तो शपथ पत्र की जरूरत है और न ही वंशावली की जरूरत है. स्वघोषित वंशावली जमा होना है. उसपर अगर विवाद की स्थिति आती है, तो शपथ पत्र के साथ वंशावली सरपंच की ओर से जारी की जायेगी, वही मान्य होगा. इस बात को प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझा नहीं पा रहे हैं. नतीजा है कि जिला अवर निबंधन कार्यालय के पास बनाये गये स्टांप के लिए हजारों की संख्या में सुबह पांच बजे से ही कतार में लग रहे हैं, जो देर शाम तक जारी रहता है. शपथ पत्र तैयार करने के लिए कोर्ट में अधिवक्ता के सिरिस्ता से लेकर परिसर तक अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. शपथ पत्र मजिस्ट्रेट के यहां से भी बनाने पर रोक लग गयी है. अब नोटरी के यहां काफी भीड़ हो रही है. इससे आम लोगों को भी परेशानी हो रहा है. गांव में होने वाले ग्राम पंचायतों में सही जानकारी नहीं दिये जाने के कारण स्थिति उत्पन्न हो रही है. रजिस्ट्री कार्यालय के कैंपस में स्थित स्टांप काउंटर पर लिंक फेल रहने के कारण लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा. काउंटर की संख्या कम होने के कारण भी लोगों की परेशानी बनी रही. लोग तीखी धूप में कतार में घंटों तपस्या कर स्टांप लेने में सफल हो पा रहे थे. स्टांप लेकर शपथ पत्र बनाने वाले बड़ी सफलता मान रहे थे. जमीन सर्वे को लेकर काफी परेशानी हो रही, घंटों लाइन में लगकर टिकट लेने को लेकर लोग मजबूर हैं यहां कोई व्यवस्था नहीं है. वंशावली व दस्तावेज निकालने को मनमाने तरीके से पैसे लिये जा रहे हैं. वहीं, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि सर्वे में वंशावली को सवघोषित देना है. शपथ पत्र व वंशावली बनाने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. अगर विवाद होगा, तो सरपंच से बनी वंशावली को देना होगा.
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