गोपालगंज. अक्षय तृतीया पर जिले के बाजारों में काफी चहल-पहल देखी गयी. इस दिन सोने और चांदी के आभूषण खरीदने से व्यक्ति के जीवन में माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है, जिससे व्यक्ति का जीवन सुख, समृद्धि और वैभव का वास रहता है. आभूषण की दुकानों खास तरीके से सजाया गया था. साथ ही इनामी स्कीमों और छूटों की योजना के जरिये सर्राफा कारोबारी ग्राहकों को आकर्षित करने में लगे. शहर के मेन रोड में आरपी ज्वेलर्स में ग्राहकों की भीड़ रही, तो लक्ष्मी ज्वेलर्स, जादोपुर रोड में ब्याहुत स्वर्ण महल, स्टेशन रोड, मीरगंज, सासामुसा, कुचायकोट, कटेया, भोरे, विजयीपुर, हथुआ, बरौली, महम्मदपुर हर जगह उल्लासपूर्वक लोग सोने और चांदी के आभूषणों की खरीदारी करते दिखे. बिक्री में 20 से 25 प्रतिशत उछाल से सर्राफा कारोबारी भी गद्गद हैं. शास्त्रों में अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त है यानी ऐसी तिथि जिसमें किसी तरह का शुभ कार्य या शुभ खरीदारी करने के लिए मुहूर्त नहीं देखा जाता है. बिना शुभ मुहूर्त के सभी तरह के शुभ कार्य की शुरुआत की जा सकती है. वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है. इस बार यह पर्व मंगलवार को मनाया गया. अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी भी क्षय या नाश न होना. अक्षय तृतीया के दिन शुभ खरीदारी या शुभ कार्य करने पर हमेशा इसमें वृद्धि होती है. अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य करने, दान, स्नान और जप आदि करने पर कभी भी शुभ फल की कमी नहीं होती है. वहीं खासतौर पर अक्षय तृतीया के दिन विशेष तौर पर सोने के आभूषण की खरीदारी की जाती है.
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