मतदान केंद्रों पर फर्स्ट एड किट की रहेगी व्यवस्था
लोकसभा चुनाव को ले स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले की सभी मतदान केंद्रों पर फर्स्ट एड किट की व्यवस्था करायी जायेगी ताकि किसी भी प्रकार की घटना होने पर किट का उपयोग किया जा सके. इसमें दर्द निवारक दवा, एंटी सेप्टिक क्रीम, कॉटेन, बैंडेंज, ओआरएस, हैंडी प्लास्ट आदि रहेंगे.
गोपालगंज. लोकसभा चुनाव को ले स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले की सभी मतदान केंद्रों पर फर्स्ट एड किट की व्यवस्था करायी जायेगी ताकि किसी भी प्रकार की घटना होने पर किट का उपयोग किया जा सके. इसमें दर्द निवारक दवा, एंटी सेप्टिक क्रीम, कॉटेन, बैंडेंज, ओआरएस, हैंडी प्लास्ट आदि रहेंगे. दवाओं के साथ-साथ छह मास्क भी रहेंगे. सभी मतदान केदों के प्रभारी पदाधिकारी को किट उपलब्ध कराया जायेगा. तबीयत खराब होने पर चुनाव कर्मियों द्वारा भी इस किट का उपयोग किया जा सकेगा. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव को ले जिले में 2006 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. सभी केंद्रों पर फर्स्ट एड किट की सुविधा रहेगी. जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को अभी से तैयारियां शुरू करने को कहा है. सभी केंद्रों पर किट की व्यवस्था रहेगी. किट कम होने की स्थिति में 10 प्रतिशत अधिक भेजने की तैयारियां हो रही है. कर्मियों को चुनाव सामग्री के साथ फर्स्ट एड किट उपलब्ध कराये जायेंगे. पीठासीन पदाधिकारियों को चुनाव सामग्री मुहैया करायी जाती है. इस दौरान ही स्वास्थ्य विभाग किट उपलब्ध करायेगा. वहीं जिला अस्पताल से लेकर अनुमंडल, प्रखंड व उप स्वास्थ्य केंद्रों को भी तैयार रहने को कहा गया है. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने जिला निर्वाची पदाधिकारी, सिविल सर्जन को भेजे पत्र में कहा है कि लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मियों एवं सरकारी कर्मियों को चुनाव कार्य के लिए प्रतिनियुक्त किया जाता है. निर्वाचन कार्य में लगे कर्मियों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा की सुविधा समय पर उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है. उन्होंने कहा है कि चुनाव के दौरान हिंसात्मक घटना या दुर्घटना में घायल होने अथवा अचानक बीमार होने की स्थिति में चुनाव पदाधिकारी, चुनाव कर्मी एवं आमजन के साथ मतदाताओं को चिकित्सा कार्य की आकस्मिकता के लिए सरकारी संस्थानों पर ही उनकी निर्भरता रहती है. ऐसे में जिले के सभी स्वास्थ्य संगठनों की जिम्मेदारी बनती है कि निर्बाध चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएं. मतदान के दिन जिला अस्पताल में सामान्य चिकित्सकों के अतिरिक्त विशेषज्ञ चिकित्सक भी ऑन कॉल 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे एवं आकस्मिक स्थिति में सूचित करने पर वह शिकार अस्पताल में उपस्थित हो जायेंगे इसके अलावा यह भी कहा गया है कि अनुमंडलीय अस्पताल रेफरल अस्पताल एवं सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर समुचित संख्या में चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये एवं पर्याप्त दावों का भंडारण किया जाये. एंबुलेंस सेवा को विशेष परिस्थिति में रेफर करने के लिए अलॉट अवस्था में रखा जाये.