गोपालगंज
. सिविल कोर्ट परिसर में शुक्रवार की दोपहर कुख्यात विशाल सिंह पर कई राउंड गोली चलायी गयी. हालांकि, विशाल सिंह बच गया. पहली राउंड की फायरिंग में विशाल सिंह छिप गया, दूसरे राउंड में सुरक्षा बलों ने बचा लिया और तीसरे राउंड की फायरिंग में गुलाब हुसैन नाम के युवक को गोली लग गयी. वारदात के दौरान कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गयी. लोग इधर-उधर भागने लगे. वहीं, पुलिस ने हमलावर की चारों तरफ से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने हमलावर के पास से एक पिस्टल और कारतूस बरामद किया है. वहीं, वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित, एसडीपीओ सदर प्रांजल, नगर इंस्पेक्टर ओमप्रकाश चौहान, अपर थानाध्यक्ष मंटू रजक, ट्रैफिक इंस्पेक्टर समेत तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गये और जांच में जुट गये. कोर्ट परिसर में चली गोली की सूचना मिलने पर काफी संख्या में लोग भी पहुंच गये. काफी संख्या में वकील भी पहुंचे और सुरक्षा-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए हंगामा करने लगे. वकीलों ने आक्रोश जताते हुए पुलिस प्रशासन से कोर्ट की सुरक्षा-व्यवस्था और सख्त करने और अपराधियों पर कार्रवाई करने की मांग की. पुलिस अधीक्षक ने बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सुरक्षा-बढ़ाने का भरोसा दिलाया.वारदात के बाद मीरगंज थाना क्षेत्र के मटिहानी नैन के रहनेवाले कुख्यात अपराधी विशाल सिंह पर पुलिस अभिरक्षा में हुए हमले को लेकर सवाल उठने लगे हैं. सिविल कोर्ट कैंपस में किसने कुख्यात की हत्या करने की साजिश रची. इसका खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ के बाद घटना के सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. पुलिस की जांच के बाद स्पष्ट हो पायेगा कि वारदात के पीछे किन-किन लोगों का हाथ था या फिर पकड़े गये सुरेश सिंह खुद की दुश्मनी की वजह से विशाल सिंह या दूसरे किसी अपराधी की हत्या करने पहुंचा था.
सीवान का रहनेवाला है हमलावर
गिरफ्तार हमलावर की पहचान सीवान जिले के नौतन थाना क्षेत्र के ताली विशुनपुरा गांव निवासी सुरेश सिंह के रूप में हुई है. सुरेश सिंह कौन है, विशाल सिंह पर हमला क्यों किया, कैसे गोपालगंज पहुंचा, पुलिस इन तमाम बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है. हमलावर ने पुलिस को पूछताछ में कई राज उगले हैं. कैसे सिविल कोर्ट तक पहुंचा, इसके बारे में उसने पुलिस को बताया है. पुलिस ने इसके साथ जुड़े लोगों के बारे में तफ्तीश शुरू कर दी है.
सिविल कोर्ट परिसर में अपराधी कैसे पहुंचा. सुरक्षा बलों को चकमा देकर अंदर कैसे प्रवेश किया, पुलिस इसकी जांच कर रही है. पुलिस ने जांच के दौरान सिविल कोर्ट और आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है. सीसीटीवी की जांच के बाद हमलावर के गतिविधियों के बारे में स्पष्ट हो सकेगा. उसके साथ कौन-कौन लाेग शामिल थें. सीवान से सिविल कोर्ट तक किस साधन से और कैसे पहुंचा, इस बिंदु पर भी पुलिस की जांच चल रही है.रेकी करने के बाद कुख्यात पर चलायी गोली
पुलिस सूत्रों का मानना है कि रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया गया. अपराधियों ने विशाल सिंह को कहां से रेकी शुरू किया, चनावे जेल से निकलने के बाद कहां-कहां टारगेट किया गया, कोर्ट परिसर में कैसे टारगेट किया, इन तमाम बिंदुओं पर पुलिस की जांच चल रही है. पुलिस का कहना है कि टेक्निकल और मैनुअल इनपुट के आधार पर घटना में शामिल अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
सिविल कोर्ट परिसर में भोजपुर छवही तक्की के रहनलेवाले गुलाब हुसैन को पेट में गोली लगी है. गोली लगने के बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया, जहां से डॉक्टरों की टीम ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया. वहीं, विशाल सिंह को कान के पास चोट आयी है, लेकिन उसकी स्थिति सामान्य है. पुलिस उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में लेकर गयी, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच कुख्यात अपराधी का डॉक्टरों की टीम ने इलाज किया.कुख्यात विशाल का आपराधिक इतिहास
मीरगंज में 2012 में आर्म्स एक्ट का पहला मामला दर्ज हुआ. इसके बाद भोरे थाना कांड संख्या 45/13, मीरगंज थाना कांड 10/14, 101/14, 138/14, 224/14, 109/15, कुचायकोट थाना कांड संख्या 53/14, सिधवलिया थाना कांड संख्या 55/14, हथुआ थाना कांड संख्या 64/14, 160/18, मीरगंज थाना कांड संख्या 170/19, 179/19, 216/19, उचकागांव थाना कांड संख्या 225/19, 228/19, मीरगंज थाना कांड संख्या 257/19, हथुआ थाना कांड संख्या 185/19, भोरे थाना कांड संख्या 205/19, सीवान जिले के जीबी नगर थाना कांड 196/16, सीवान के मुफ्फसील के धनौती ओपी कांड 346/16, हथुआ थाना कांड 134/19 आदि मामले दर्ज हैं.
एसपी ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया : बार एसोसएिशन
सिविल कोर्ट परिसर में हुई गोलीबारी की घटना के बाद बार एसोसिएशन के महासचिव मनोज मिश्रा ने घटना पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि कोर्ट का कामकाज कुछ देर के लिए प्राभावित हुआ था, उसके बाद सुचारू रूप से चालू हो गया. महासचिव ने कहा कि शनिवार को कोर्ट में काम काज सुचारू रूप से चलेगा. एसपी अवधेश दीक्षित ने सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाने का भरोसा दिलाया है. उन्होंने वकीलों की सुरक्षा को लेकर भी सरकार और प्रशासन से मांग की है.
विशाल गैंग पर लगे थे इन हत्याओं के आरोप
25 मई 2020 को हथुआ थाने के रेपुरा गांव में शशिकांत उर्फ मुन्ना तिवारी की गोलियों से भूनकर हत्या.10 मई 2020 को उचकागांव थाने बरवां मठ के पास कटेया थाने के बभनौली गांव रेलवे के एक बड़े ठेकेदार शंभू मिश्रा को गोलियों से भूनकर हत्या.
2018 में 14 सितंबर को मीरगंज के माधो मटिहानी पंचायत के मुखिया पति सह जेडीयू के जिला महासचिव उपेंद्र सिंह कुशवाहा की गोलियों से भूनकर हत्या.साल 2019 में 14 जून को भोरे थाने के खजुरहां गांव के पास पेट्रोल पंप का निर्माण करा रहे कोल्ड स्टोरेज के मालिक रामाश्रय सिंह कुशवाहा की हत्या.
साल 2019 में 9 जुलाई को हथुआ थाने के सोहागपुर पंडितपुरा गांव में शॉर्प शूटर सीवान के ज्ञानदेव पूरी की गोलियों से भूनकर हत्या.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है