कुचायकोट में कोचिंग पढ़ने गये तीन छात्र तीन दिनों से लापता, अपहरण की आशंका
कोचिंग पढ़ने गये तीन छात्र सोमवार की सुबह से लापता हो गये. तीन दिनों के बाद परिजनों ने कुचायकोट थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए तहरीर दी है. छात्रों के गायब होने की खबर पर पुलिस सतर्क हो गयी.
कुचायकोट. कोचिंग पढ़ने गये तीन छात्र सोमवार की सुबह से लापता हो गये. तीन दिनों के बाद परिजनों ने कुचायकोट थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए तहरीर दी है. छात्रों के गायब होने की खबर पर पुलिस सतर्क हो गयी. पुलिस कांड दर्ज कर ताबड़ताेड़ कार्रवाई में जुट गयी है. बुधवार को एसडीपीओ प्रांजल ने कुचायकोट थाना पहुंचकर परिजनों से लेकर उनके जुड़े लोगों से पूछताछ की. उसके बाद यूपी पुलिस को तस्वीर शेयर कर सहयोग की अपील की है. पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एसआइटी का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया है. पुलिस की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी है. पुलिस कोचिंग संचालक और उनके साथ पढ़ने वाले छात्रों से भी पूछताछ की है. छात्रों के पास मोबाइल नहीं होने के कारण उनका ठोस सुराग नहीं मिल पा रहा. एसडीपीओ ने दावा किया कि जल्दी ही छात्रों को बरामद कर लिया जायेगा. करमैनी गाजी गांव के रहने वाले संजय खरवार का 14 वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार, नागेंद्र खरवार का 15 वर्षीय पुत्र दीपांशु कुमार, हथुआ थाने के मटिहानी गांव के रहने वाले पिंटू पांडेय का 15 वर्षीय पुत्र अनिक कुमार पांडेय, जो करमैनी में अपने मामा बृजेश पांडेय के साथ रहता है, तीनों एक साथ सोमवार को जलालपुर में कोचिंग पढ़ने गये थे. जब टाइम से वापस नहीं लौटे, तो परिजनों को लगा कि तीनों दोस्त मठिया में लगने वाले मेले को देखने चले गये हैं. देर शाम तक नहीं आये, तो खोजबीन में जुट गये. चारों तरफ ढूंढ़ने के बाद जब कोई ट्रेस नहीं मिला, तो अयोध्या जाकर खोजा गया. चारों तरफ से थक-हार कर थाने को तहरीर दी गयी है. पिंटू पांडेय का पुत्र अनिक महेंद्र दास उच्चत्तर विद्यालय जलालपुर में नौवीं में तथा दीपांशु व आदर्श कुचायकोट बालक में नौवीं के छात्र हैं. तीनों एक साथ ही जलालपुर में कोचिंग पढ़ते हैं. अब पुलिस को आशंका है कि तीनों अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं. परिजन भी घूमने जाने की बात से इन्कार नहीं कर रहे, लेकिन किसी ने घर पर कुछ नहीं बताया है. अनिक की मां चंदा देवी, दीपांशु की मां रेणु देवी, आदर्श की मां रेशमा देवी डरी-सहमी हैं. परिजनों को अनहोनी का डर सता रहा है, तो गांव के लोगों को अपहरण का डर. लोगों का कहना है कि कहीं मानव तस्करों के हाथ किशोर नहीं लग गये. पुलिस हर बिंदु को गंभीरता से लेकर जांच करने में जुटी है.
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