गोपालगंज. आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर 29 जून को (रात 7:52 बजे) शुक्र पश्चिम दिशा में उदय होंगे. इसके बाद मांगलिक कार्य शुरू होंगे. मई और जून भर थमी ढोल-नगाड़े और शहनाई की धुन अगले माह गूंजने वाली है. क्योंकि, शुक्र ग्रह 61 दिन बाद उदय होने वाला है. इसके साथ ही मांगलिक कार्य पूर्ण रूप से शुरू हो जायेंगे. हालांकि, जुलाई में शादी के शुभ मुहूर्त छह ही पड़ रहे हैं, जबकि नवंबर एवं दिसंबर में 17 लग्न मिलेंगे. ज्योतिष के अनुसार गुरु व शुक्र के अस्त होने, हरिशयनी एकादशी के पहले आने और मासांत दोष की वजह से शुभ लग्न कम मिल रहे हैं. नौ ग्रहों में गुरु, शुक्र और सूर्य का उदय होना जरूरी माना गया है. लेकिन, 29 अप्रैल को शुक्र और छह मई को गुरु अस्त हो गये थे. इसके चलते मई और जून माह में एक भी लग्न नहीं था. वैसे जुलाई में शहनाई बजने की व्यापक तैयारियां की गयी है. गोपालगंज, मीरगंज, बरौली, महम्मदपुर, भोरे में होटल, मैरेज हाऊस, टेंट, बैंक्वेट हॉल सब कुछ फुल हो चुका है. धर्मशास्त्र विशेषज्ञ डॉ पंकज शुक्ला ने बताया कि 17 जुलाई से ही हरिशयनी एकादशी और सूर्य कर्क राशि में प्रवेश कर जायेंगे. कर्क संक्रांति से लग्न कम पड़ जायेंगे. नवंबर में मासांत दोष और दिसंबर खरमास की वजह से लग्न कम मिल रहे हैं. वहीं हरिशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो जायेगा. इसके चलते भी शुभ लग्न बंद हो जायेंगे. पिछले साल की अपेक्षा करीब 35 लग्न कम पड़ रहे हैं. बताया जाता है कि मांगलिक कार्य के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी होता है. क्योंकि धन, वैभव, प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि के स्वामी शुक्र हैं. इसलिए शादी सहित सभी मांगलिक कार्य इनके उदय होने पर ही शुरू होता है. गुरु, शुक्र और सूर्य के उदय होने हर तरह के शुभ मुहूर्त बनते हैं. इसके साथ ही अगर रवि और गुरु का संयोग हो, तो और अधिक सिद्धिदायक और शुभ फलदायी होता है.
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