गोपालगंज. गंडक नदी के जल स्तर के बढ़ने से टंडसपुर में खतरे के निशान से छह सेमी ऊपर पहुंच गयी. गंगा नदी के उफान पर होने के कारण गंडक नदी का बहाव धीमा होने के कारण बैकुंठपुर में नदी खतरे के निशान से ऊपर होने लगी है. वहीं विशंभरपुर में 16 सेमी, तो पतहरा में 14 सेमी लाल निशान से नीचे पहुंच गयी है. बुधवार को दिनभर वाल्मीकिनगर बराज से पानी का डिस्चार्ज 1.44 लाख क्यूसेक बना रहा. शाम छह बजे 1.40 लाख क्यूसेक रेकाॅर्ड किया गया. इससे नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है. नेपाल में बुधवार को भी बारिश हुई है. सामान्य स्थिति में नदी के होने से लोगों को फिलहाल राहत है. निचले इलाके के लोगों को भी बाढ़ का अभी खतरा नहीं है. वहीं, नदी के रुख को देखते हुए जलसंसाधन विभाग के अभियंता अलर्ट मोड में हैं. विशंभरपुर में झील को काटने के बाद नदी बांध के करीब पहुंचने के बाद से इंजीनियर यहां हाइअलर्ट मोड में हैं. बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को देखने के बाद नजर बनाये रखने का आदेश दिया. कार्यपालक अभियंता पवन कुमार, सहायक अभियंता एकता कुमारी इंजीनियरों व संवेदकों के साथ मुस्तैद हैं. बांध पर कटाव पिछले तीन दिनों से बंद है. नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर के कारण नदी में कटाव का खतरा बरकरार है. इंजीनियरों ने जिले के सभी तटबंधों को पूरी तरह से सुरक्षित होने का दावा किया है.
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