गोपालगंज. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन गुर्गों की बिहार पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. लॉरेंस के गिरफ्तार गुर्गों ने विदेशी हथियार सप्लाइ किये जाने के बारे में कई राज खोले हैं. सूत्रों के मुताबिक एनआइए और एटीएस की पूछताछ में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. गोपालगंज में जब्त किये गये ऑस्ट्रिया निर्मित विदेशी हथियार पाकिस्तान से पंजाब के पठानकोट के रास्ते पहुंचा था, जिसे मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में लॉरेंस के दूसरे गुर्गे को देना था. सूत्रों के मुताबिक लॉरेंस के गुर्गों ने इसके पहले भी पाकिस्तान से सप्लाइ किये गये हथियार के बारे में अहम खुलासा किया है. हथियार सप्लाइ करनेवाले मास्टरमाइंड मलयेशिया में बैठे मयंक सिंह नाम आया है. मयंक सिंह के जरिये हथियार को लॉरेंस के गुर्गों द्वारा बिहार भेजा गया और मुजफ्फरपुर के साथ-साथ मोतिहारी में बड़ी वारदात को अंजाम देना था. मयंक सिंह झारखंड के जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू के लिए काम करता था और अब लॉरेंस के गैंग को अमन साहू से मिलकार दोनों के बीच को-ऑडिनेशन का काम कर रहा है. सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ के बाद इस गैंग से जुड़े फरार गुर्गों की तलाश में जुट गयी है. मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और राजस्थान में पुलिस से संपर्क कर लगातार छापेमारी चल रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि बिहार पुलिस लॉरेंस के गैंग से जुड़े गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान और बिहार के अलग-अलग इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही है. एसपी ने कहा कि कई गुर्गों के नाम सामने आये हैं, जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी बिहार पुलिस द्वारा कर ली जायेगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों की मदद भी गोपालगंज पुलिस को मिल रही है.
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