गोपालगंज : नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग में केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ का सहयोग लिया जायेगा. इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने केयर इंडिया के डीआरयू-टीएल, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ एवं यूनिसेफ के एसएमसी को निर्देश दिया है कि दूसरे देशों या राज्यों से अपने गांव आये व्यक्तियों का डाटा बेस तैयार करें.
सिविल सर्जन ने बताया केयर इंडिया के बीएम, यूनिसेफ के बीएमसी तथा डब्ल्यूएचओ के एफएम प्रखंड स्तर पर इस अभियान में सहयोग करेंगे तथा दूसरे देशों या राज्यों से आये व्यक्तियों का डाटा बेस तैयार करना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही प्रत्येक यात्रियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को कोविड-19 के लक्षण के संबंध में जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर विशेषकर बाहर से आये लोगों को अधिक जागरूक करने की जरूरत है. जिले में यह निरंतर कोशिश की जा रही है कि जो भी लोग दूसरे राज्यों से जिला लौट रहे हैं उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा जाये. लेकिन इसके लिए आम लोगों की भी सहयोग की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने आम लोगों से लॉकडाउन की स्थिति में कम से कम घर से बाहर निकलने की अपील की.
गूगल शीट में अपडेट होगा डाटा : दूसरे देशों या अन्य राज्यों से गांव आये व्यक्तियों का डेटाबेस गूगल सीट में तैयार किया जायेगा. प्रत्येक दिन गूगल सीट को अपडेट किया जायेगा. सिविल सर्जन डॉ. सिंह ने बताया इस कार्य को अधिक सरल बनाने के उद्देश्य से इन तीनों संस्थाओं के बीच प्रखंडों का बंटवारा किया गया है. जिसमें केयर इंडिया के डीआरयू- टीएल मुकेश कुमार सिंह को यह जिम्मेदारी दी गयी है कि वह प्रतिदिन संध्या छह बजे डेवलपमेंट पार्टनर द्वारा तैयार किये गये डेटाबेस की अद्यतन स्थिति से अवगत करायें.
प्रखंडों का बंटवारा:•केयर इंडिया के लिए : कुचायकोट, बरौली, फुलवरिया, उचकागांव, हथुआ, सदर प्रखंड, गोपालगंज शहरी क्षेत्र, पंचदेवरी.•यूनिसेफ के लिए: यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया बैकुंठपुर, सदर प्रखंड, गोपालगंज ग्रामीण क्षेत्र, विजयीपुर, मांझा प्रखंड की जिम्मेदारी यूनिसेफ की टीम को दी गई है.•डब्ल्यूएचओ के लिए: डब्ल्यूएचओ के टीम के लिए सिधवलिया, थावे, भोरे, कटेया प्रखंड आवंटित किया गया है.जिसमें डब्ल्यूएचओ के टीम के द्वारा सहयोग लिया जायेगा.